
देहरादून | उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में बर्ड फ्लू की आहट से माहौल डर का बन गया है। लोगों ने चिकन और अंडे की खरीदारी से परहेज करना शुरू कर दिया है। चिकन शॉप और अंडे की दुकानों पर ग्राहकों की संख्या अचानक घट गई है। अंडा व्यापारी संजय चौहान ने बताया कि “जहां दून में रोजाना 8 से 10 हजार ट्रे अंडे की आवक होती थी, अब यह घटकर केवल 4–5 हजार ट्रे तक रह गई है।” उन्होंने कहा कि बर्ड फ्लू का सीधा असर व्यापार पर पड़ा है। उपभोक्ता डर की वजह से खरीदारी कम कर रहे हैं।
कारोबार पर असर
- आवक कम हुई: पहले जहां ट्रकों में बड़ी मात्रा में अंडे और चिकन सप्लाई होते थे, अब व्यापारी खुद मांग घटने की वजह से सीमित माल मंगवा रहे हैं।
- दाम स्थिर: फिलहाल दामों में कोई बड़ा बदलाव नहीं आया है क्योंकि मांग और आवक दोनों में कमी आई है।
- ऑनलाइन दाम बढ़े: हालांकि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर अंडों की कीमतों में बढ़ोतरी देखी जा रही है, क्योंकि वहां सप्लाई चेन बाधित हुई है।
चिकन कारोबारियों की हालत
चिकन कारोबारियों का कहना है कि पहले वीकेंड पर दुकानें खचाखच भरी रहती थीं, लेकिन अब ग्राहक गिनती के आ रहे हैं। एक दुकानदार ने कहा—
“लोग फोन करके बार-बार पूछ रहे हैं कि चिकन सुरक्षित है या नहीं। जब तक प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं देते, तब तक ग्राहक पूरी तरह आश्वस्त नहीं होंगे।”
स्वास्थ्य विभाग की अपील
स्वास्थ्य विभाग ने फिलहाल दून में बर्ड फ्लू का कोई पुष्ट मामला न होने की बात कही है। विभाग ने लोगों से अफवाहों से बचने और सावधानी बरतने की अपील की है। चिकन और अंडे को अच्छी तरह पकाकर खाने पर संक्रमण का खतरा न के बराबर रहता है।
उपभोक्ताओं की प्रतिक्रिया
- कई उपभोक्ताओं ने कहा कि वे अभी कुछ दिन अंडा–चिकन खाना बंद कर देंगे।
- कुछ लोग केवल विश्वसनीय दुकानों से सीमित मात्रा में ही खरीदारी कर रहे हैं।
- रेस्टोरेंट और ढाबों में भी चिकन डिशेज की मांग घट गई है।
बड़ा सवाल
बर्ड फ्लू की आशंका ने एक बार फिर चिकन और अंडा उद्योग को संकट में डाल दिया है। पिछले कुछ सालों में बार-बार सामने आने वाले संक्रमणों ने व्यापारियों की कमर तोड़ दी है। अब सभी की नजर स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट और सरकार के निर्णय पर है।