
एटा | राजस्थान के दौसा ज़िले में मंगलवार देर रात एक भीषण सड़क हादसे ने खुशियों का कारवां मातम में बदल दिया। एटा के असरौली गांव से खाटूश्याम दर्शन के लिए निकले 20 से अधिक लोगों में से 11 की दर्दनाक मौत हो गई, जिनमें सात मासूम बच्चे शामिल हैं। 10 अगस्त को असरौली गांव के कई परिवार, रिश्तेदार और मित्र दो लोडर गाड़ियों में सवार होकर खाटूश्याम जी के दर्शन को निकले। दर्शन-पूजन के बाद सभी ने साथ मिलकर रास्ते में भोजन बनाया, हंसी-ठिठोली की और सफर फिर शुरू किया। बारिश से बचाव के लिए गाड़ियों को बांस-लकड़ी के फ्रेम पर बरसाती पन्नी से ढककर ‘वॉटरप्रूफ’ बना लिया गया था। बच्चे और महिलाएं पीछे बैठे थे, जबकि पुरुष व युवक आगे के केबिन में थे।
दुर्घटना से ठीक पहले
गवाहों के मुताबिक, रात करीब 12 बजे एक गाड़ी आगे बढ़ गई जबकि दूसरी थोड़ी देर आराम करने के बाद निकली। दोनों लगभग 100-50 मीटर की दूरी पर चल रही थीं। महरोली हाईवे टोल पार करने के लगभग एक किलोमीटर बाद पीछे वाली गाड़ी को आगे वाली गाड़ी नजर नहीं आई।
तभी गांव से एक व्यक्ति का फोन आया—”एक्सीडेंट हो गया है।” पहले लगा हल्का टकराव होगा, लेकिन पीछे लौटने पर जो दृश्य सामने था, उसने सभी को स्तब्ध कर दिया।
मौत और खून का मंजर
गाड़ी का पिछला हिस्सा पूरी तरह चकनाचूर था। अंदर और सड़क पर खून ही खून था। घायल कराह रहे थे, बच्चे चीख रहे थे, महिलाएं दर्द से तड़प रही थीं। आसपास के लोग और ढाबा संचालक मदद के लिए दौड़े। पुलिस और एंबुलेंस की मदद से घायलों को जिला चिकित्सालय दौसा भेजा गया।
लेकिन डॉक्टरों ने सात बच्चों और चार महिलाओं को मृत घोषित कर दिया। मृतकों की पहचान इस प्रकार हुई:
- पूर्वी (3)
- प्रियंका (25)
- लक्ष्य (3)
- शीला (28)
- सीमा (25)
- वैष्णवी (7)
- वासु (3)
- महक (7)
- सोनम (27)
- मिष्टी (1)
- सलोनी (9)
गांव में पसरा मातम
असरौली गांव में बुधवार सुबह जैसे ही हादसे की खबर पहुंची, पूरे इलाके में कोहराम मच गया। हर घर से रोने-बिलखने की आवाजें आने लगीं। मृतकों के परिजनों का हाल बेहाल है। गांव में उच्च अधिकारियों और पुलिस बल की मौजूदगी में अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही है।
आधिकारिक प्रतिक्रिया
दौसा पुलिस ने बताया कि हादसे की वजह की जांच की जा रही है। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, गाड़ी को पीछे से किसी भारी वाहन ने टक्कर मारी, जिससे उसका पिछला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। ड्राइवर और कुछ घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है।
सिर्फ एक पल में बदली तकदीर
यह हादसा सिर्फ एक सड़क दुर्घटना नहीं, बल्कि सात मासूम जिंदगियों समेत 11 लोगों के सपनों का अंत था। खुशियों भरी यात्रा एक पल में मौत की यात्रा में बदल गई, और पीछे रह गए सिर्फ सवाल, आंसू और चीत्कार।