
जयपुर | रक्षाबंधन जैसे पवित्र त्यौहार की खुशियों को शर्मसार करने वाला मामला जयपुर में सामने आया है। बहनों को गिफ्ट देने के लिए पैसे न होने पर तीन युवकों ने अपराध का रास्ता चुन लिया और राखी मनाने हनुमानगढ़ से आए एक युवक का अपहरण कर 19,300 रुपये लूट लिए। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
घटना कैसे हुई
मामला 8 अगस्त की रात जयपुर के सदर थाना क्षेत्र का है। हनुमानगढ़ जिले के नोहर निवासी पंकज कुमार अपनी बहन के पास रक्षाबंधन मनाने जयपुर आए थे। रात के समय पंकज धाबास पुलिया के पास पहुंचे, तभी बाइक पर आए तीन युवक — सूरज सिंह उर्फ शेरू (23), यश राठौड़ उर्फ कानू (19) और सोनू बैरवा (21) — उनके पास आए। आरोप है कि तीनों ने पहले उनकी कैब रुकवाई और फिर जबरन अगवा कर लिया।
आरोपियों ने पंकज को जान से मारने की धमकी दी और उनके पास से 3,000 रुपये नकद और 16,300 रुपये फोन पे के जरिए ट्रांसफर करवा लिए। वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
पीड़ित ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी पश्चिम हनुमानप्रसाद मीणा के निर्देश पर एक विशेष टीम गठित की गई, जिसमें थानाधिकारी लक्ष्मीनारायण, एसीपी सदर धर्मवीर सिंह, एसआई दिनेश कुमार, कॉन्स्टेबल राजेंद्र सिंह और गिरीराज शामिल थे।
पुलिस टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली और तकनीकी जांच की। जांच में आरोपियों की पहचान होने पर करणी विहार, करधनी और मानसरोवर क्षेत्रों में छापेमारी की गई। अंततः तीनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया।
गिरफ्तारी और खुलासा
पूछताछ में आरोपियों ने चौंकाने वाला खुलासा किया। उन्होंने बताया कि रक्षाबंधन के अवसर पर अपनी बहनों को गिफ्ट देने के लिए उनके पास पैसे नहीं थे। इसी वजह से उन्होंने अपराध करने की योजना बनाई। डीसीपी मीणा ने कहा कि इस तरह का अपराध न केवल कानून के खिलाफ है, बल्कि सामाजिक और पारिवारिक मूल्यों को भी ठेस पहुंचाने वाला है। आरोपियों के खिलाफ अपहरण, लूट और धमकी देने की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
त्यौहार की आड़ में बढ़ते अपराध पर चिंता
रक्षाबंधन भाई-बहन के स्नेह और विश्वास का प्रतीक है, लेकिन इस घटना ने यह दिखा दिया कि आर्थिक संकट और लालच किस तरह से युवाओं को गलत रास्ते पर धकेल सकता है। पुलिस ने भी लोगों से अपील की है कि वे किसी भी परिस्थिति में अपराध का सहारा न लें, क्योंकि इसके नतीजे जीवनभर के लिए कलंकित कर सकते हैं।