
देहरादून। रक्षाबंधन के पावन अवसर पर उत्तराखंड सरकार ने प्रदेश की बहनों को एक खास तोहफा दिया है। अब 9 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन महिलाएं उत्तराखंड परिवहन निगम की साधारण बसों में मुफ्त सफर कर सकेंगी। यह सुविधा केवल उत्तराखंड की सीमाओं के भीतर संचालित रोडवेज बसों पर लागू होगी।
उत्तराखंड परिवहन निगम द्वारा इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं। निगम के महाप्रबंधक (प्रचालन) द्वारा जारी आदेश के अनुसार, यह सुविधा सभी आयु वर्ग की महिलाओं के लिए मान्य होगी, लेकिन केवल उसी स्थिति में जब यात्रा उत्तराखंड राज्य की सीमा में रहेगी। बाहरी राज्यों में जाने वाली बसों पर यह सुविधा लागू नहीं होगी।
📌 मुख्य बिंदु (न्यूज़ बॉक्स):
- रक्षाबंधन पर 9 अगस्त को महिलाओं को रोडवेज बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा
- उत्तराखंड परिवहन निगम ने आदेश जारी किया
- सुविधा सिर्फ उत्तराखंड राज्य के भीतर की यात्रा पर लागू होगी
- साधारण और स्थानीय बस सेवाओं में यह आदेश प्रभावी रहेगा
- उद्देश्य: महिलाओं को सुरक्षित, सुलभ और सम्मानजनक यात्रा प्रदान करना
आवश्यक दिशा-निर्देश
परिवहन विभाग के अनुसार, महिलाओं को यात्रा के समय अपने पहचान पत्र साथ रखना अनिवार्य होगा, जिससे उनकी पहचान और यात्रा की पात्रता की पुष्टि की जा सके। यह सुविधा केवल साधारण बसों के लिए है, वोल्वो, एसी, या अन्य प्रीमियम श्रेणी की बसों में यह लागू नहीं होगी।विभागीय अधिकारियों ने सभी बस डिपो को निर्देशित किया है कि वे इस आदेश का पालन सुनिश्चित करें और किसी भी महिला यात्री से किराया न वसूला जाए।
सरकार की मंशा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि “हमारी सरकार महिलाओं की सुरक्षा, गरिमा और सुविधाओं के लिए प्रतिबद्ध है। रक्षाबंधन जैसे पवित्र पर्व पर यह हमारा छोटा-सा प्रयास है कि बहनें बिना किसी आर्थिक चिंता के अपने भाइयों से मिल सकें।”उन्होंने आगे कहा कि इस अवसर पर अधिक महिलाएं अपने परिवार से मिल सकें और रक्षाबंधन का पर्व पारंपरिक हर्षोल्लास के साथ मना सकें, यही सरकार की भावना है।
पृष्ठभूमि
उत्तराखंड में रक्षाबंधन का पर्व पारिवारिक समर्पण और रिश्तों की गरिमा का प्रतीक माना जाता है। पर्व के दिन दूर-दराज में रहने वाली बहनें अक्सर भाई से मिलने निकलती हैं, लेकिन परिवहन का खर्च एक बड़ी चिंता बनता है। खासकर ग्रामीण और पर्वतीय क्षेत्रों में बस यात्रा ही मुख्य साधन है।ऐसे में उत्तराखंड सरकार की यह घोषणा न केवल महिलाओं को राहत देगी, बल्कि सामाजिक दृष्टि से भी महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक सकारात्मक कदम मानी जा रही है।
जनता की प्रतिक्रिया
देहरादून निवासी आरती भंडारी कहती हैं, “रक्षाबंधन पर हर बार टिकट के लिए दो-तीन दिन पहले से चिंता रहती थी। इस बार सरकार की यह पहल बहुत सराहनीय है। इससे हम बहनों को सम्मान भी मिला है और सुविधा भी।” वहीं, नैनीताल की छात्रा दिव्या जोशी ने कहा, “रक्षाबंधन पर हम घर जा पाएंगे, वह भी बिना टिकट के, यह एक सुंदर तोहफा है।”