महाराष्ट्र के मंत्रालय में अजित पवार गुट के विधायक और विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरी झिरवल मंत्रालय की तीसरी मंजिल से कूद गए। नरहरी झिरवल छत से कूदे और सुरक्षा जाली पर अटक गए। झिरवल के बाद कुछ और आदिवासी विधायक भी कूद गए। हालांकि, नीचे जाली रहने के कारण सभी की जान बच गई। झिरवल धनगर समाज को ST कोटे से आरक्षण का विरोध कर रहे हैं। नरहरी झिरवल महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष हैं और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के सदस्य हैं।
बता दें कि आज महाराष्ट्र के आदिवासी समाज के विधायक मंत्रालय में आंदोलन कर रहे हैं। इस दौरान विधायक मंत्रालय के दूसरी मंजिल पर लगाई गई सुरक्षा जाली पर उतर गए और नारेबाजी करने लगे। पुलिस ने विधायकों को सुरक्षा नेट से हटा दिया है। बताया जा रहा है कि वे एकनाथ शिंदे सरकार की तरफ से धनगर समाज को एसटी का दर्जा दिए जाने के फैसले के खिलाफ हैं। वे अपनी ही सरकार के फैसले का विरोध कर रहे हैं।
नरहरी झिरवल धनगर समुदाय द्वारा आदिवासी समुदाय के आरक्षण में घुसपैठ को रोकने के लिए एक मजबूत रुख अपना रहे हैं। धनगर समाज को आदिवासी कोटे में आरक्षण ना मिले और पेसा कानून के तहत नौकरी भर्ती की मांग को लेकर विधायक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस मामले को लेकर झिरवल और अन्य आदिवासी विधायकों ने शुक्रवार, 4 अक्टूबर को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की। हालांकि, जब बात नहीं बनी तो उन्होंने मंत्रालय की तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी। झिरवल और खोसकर ने आदिवासी समुदाय के समर्थन में नारे भी लगाए। घटना के बाद मंत्रालय में कामकाज ठप पड़ गया।
झिरवल ने CM से मुलाकात से पहले कहा था- प्लान बी तैयार है नरहरि झिरवल ने मुख्यमंत्री शिंदे से मुलाकात से पहले चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि CM हमारी बात नहीं सुनेंगे तो हमारे पास प्लान बी तैयार है। झिरवल ने कहा कि हम एसटी आरक्षण को प्रभावित नहीं होने देना चाहते हैं। इसके बाद एक घंटे के अंदर उन्होंने मंत्रालय की तीसरी मंजिल से छलांग लगाकर अपना गुस्सा जाहिर किया।
महाराष्ट्र में मनोज जरांगे मराठा आरक्षण की मांग कर रहे हैं। जरांगे लगातार डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस पर मराठा आरक्षण देने में रुकावट डालने का आरोप लगा रहे हैं। इसपर फडणवीस ने कहा कि अगर सीएम एकनाथ शिंदे मुझे आरक्षण में बाधा मानते हैं तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा।