दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर के स्कूलों, अस्पताल और महत्वपूर्ण इमारतों को बम से उड़ाने के मंगलवार और बुधवार को 300 से अधिक ई-मेल मिले। इसी कड़ी में राष्ट्रपति भवन को भी उड़ाने की कॉल मिली। पुलिस ने इसकी पड़ताल की तो कॉलर की लोकेशन ट्रेस हो गई। आनन-फानन में खजूरी खास थाना पुलिस आरोपी तक पहुंच गई। खजूरी के सादतपुर गांव से उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
पकड़े गए आरोपी की पहचान रवींद्र कुमार तिवारी (40) के रूप में हुई है। छानबीन हुई तो आरोपी मानसिक रोगी निकला। कॉल के समय वह बुरी तरह नशे की हालत में था। छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला कि इससे पूर्व भी वह कई बार इसी तरह की कॉल कर चुका है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर उसे नोटिस देकर छोड़ दिया। मंगलवार की रात करीब 9.53 बजे कंट्रोल रूम को किसी ने कॉल कर सूचना दी कि राष्ट्रपति भवन में बम रखा हुआ है, जो 15 मिनट में फट जाएगा। सूचना मिलते ही पुलिस के अलावा तमाम सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गई।
कॉल की लोकेशन को खंगाला गया तो वह खजूरी खास के सादतपुर इलाके की मिली। फौरन खजूरी खास थाना प्रभारी राकेश यादव, एसआई सुखपाल सिंह, सिपाही अनुज व अन्यों की टीम ने आरोपी को उसके घर से दबोच लिया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने कॉल करने की बात स्वीकार कर ली। पुलिस ने पड़ताल की तो पता चला कि रवींद्र कुमार अपने माता-पिता के साथ यहां रहता है। नशे और मानसिक स्थिति को देखते हुए उसकी पत्नी व बच्चे उसे छोड़कर चले गए हैं। उसका एक भाई था, जो गायब है। उसके पिता भागीरथ प्लेस में बिजली का काम करते हैं।
आरोपी का पिछले कई सालों से मानसिक इलाज जारी है। वह ऐसी कॉल पहले भी कर चुका है। जनवरी 2022 में आरोपी ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की कार को बम से उड़ाने की धमकी दी थी। इसके अलावा अक्तूबर 2016 में आरोपी ने सीएम अरविंद केजरीवाल को गोली मारने की धमकी दी थी। अक्तूबर 2010 में आरोपी ने उस समय की सीएम शीला दीक्षित के घर पर बम लगाने की बात की थी। वर्ष 2009 में तो आरोपी ने दिल्ली के कई इलाकों में बम प्लांट करने का दावा करते हुए कॉल की थी। हर बार इसकी दिमागी हालत देखकर इसे छोड़ दिया गया।
कनॉट प्लेस के एन ब्लॉक में शनिवार को एक लावारिस बैग मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस ने इलाके को खाली करवाकर इलाके की घेराबंदी कर दी। थोड़ी देर बाद ही बम व डॉग स्क्वॉड, फायर विभाग और आपदा प्रबंधन सहित अन्य संबंधित एजेंसियां भी मौके पर पहुंच गईं। बैग की जांच की गई, तो उसमें सिर्फ पुराने कपड़े रखे मिले। इस सूचना से कुछ समय तक पूरे कनॉट प्लेस में अफरातफरी का माहौल बना रहा।
दिल्ली फायर सर्विस (डीएफएस) के अनुसार कंट्रोल रूम में दोपहर करीब 2 बजकर 41 मिनट पर एक कॉल मिली कि एम व एन ब्लॉक के बीच की रेड लाइट के पास एक लावारिस बैग है। सूचना देने वाले ने बाग में बम होने की आशंका जताई। इसके बाद मौके पर तुरंत दो दमकल वाहनों को भेजा गया। साथ ही, स्थानीय पुलिस ने एन ब्लॉक के पास के इलाके की घेराबंदी की। बरामद बैग फुटपाथ पर रखा हुआ था। जाच में बैग के अंदर कपड़े मिले। आशंका जताई जा रही है कि कोई शख्स फुटपाथ पर ही अपना बैग भूल गया होगा। हालांकि, ऐसा कोई दस्तावेज बरामद नहीं हुआ, जिसके आधार पर यह पता लगाया जा सके कि यह बैग किसका था।