नैनीताल। नैनीताल के चार्टन लॉज अवागढ़ कंपाउंड में हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के आनी की तरह शनिवार दोपहर भूस्खलन से दो मंजिला भवन पलभर में जमींदोज हो गया। इस भवन की चपेट में आने से दो अन्य भवन भी क्षतिग्रस्त हो गए। भूस्खलन के बाद 12 से ज्यादा मकान खतरे की जद में आ गए हैं। प्रशासन ने प्रभावित परिवारों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है और आसपास के घरों को खाली करा दिया है। मौके पर बचाव कार्य भी शुरू कर दिए गए हैं।
शनिवार तड़के तीन बजे मल्लीताल अवागढ़ कंपाउंड क्षेत्र में हल्का भूस्खलन हो रहा था। इसी दौरान 30 साल पहले बनी सुरक्षा दीवार अचानक गिर गई। दीवार के गिरते ही भूस्खलन तेज होने लगा। स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन को सूचना दी। कुछ देर बाद क्षेत्र में स्थित रास्ते व घरों में दरारें उभरने लगी तो लोग दहशत में आ गए। पुलिस ने भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में बने मकानों को खाली कराना शुरू कर दिया।
मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर, पश्चिमी राजस्थान, गुजरात के सौराष्ट्र, कोंकण और गोवा, उत्तर और दक्षिण कर्नाटक के अंदरुनी भागों को छोड़कर पूरे देश में रविवार और सोमवार को भारी बारिश की संभावना जताई है। पंजाब लेकर पूर्वोत्तर के राज्यों और उत्तर प्रदेश के लेकर तमिलनाडु और केरल तक के लिए मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है, जबकि बिहार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। बिहार में शनिवार को भी बहुत ही तेज आंधी और तूफान के साथ भारी बारिश हुई।
उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में शनिवार को कहीं-कहीं हल्की बारिश हुई। हालांकि मैदानी इलाकों में बादल छाए रहने से उमस से राहत मिली। रविवार को भी प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग की ओर से ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार जिले को छोड़कर अन्य सभी जिलों के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बना है इसके चलते झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के साथ ही नागपुर में भारी बारिश हुई है। झारखंड के पलामू जिले में भारी बारिश के चलते एक घर दीवार गिर गई, जिसके नीचे दब कर 40 साल के व्यक्ति की मौत हो गई और उसकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गई। यह हादसा तब हुआ जब दोनों गहरी नींद में थे। कोडरमा जिले में 27 साल पुराना एक पुल भी भारी बारिश के चलते क्षतिग्रस्त हो गया है। इसी तरह राज्य के कुछ अन्य जिलों में भी मूसलाधार बारिश के चलते संपत्तियों का भारी नुकसान हुआ है।
रामबन के शालगढ़ी इलाके में शनिवार शाम को पस्सियां गिरने के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग करीब चार घंटे बंद रहा, जिसके कारण यात्रियों व चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस दौरान उधमपुर में भी वाहनों को रोक कर रखा गया। रात नौ बजे राजमार्ग खुलने पर यात्रियों ने राहत की सांस ली। शाम करीब पांच बजे अचानक से पस्सियां गिरने पर राजमार्ग बंद हो गया। इसके बाद दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। पुलिस ने फोरलेन राजमार्ग का निर्माण कर रही कंपनी के साथ संपर्क कर राजमार्ग को खुलवाने का काम शुरू कर दिया। जब इसकी जानकारी उधमपुर में मिली तो शहर के जखैनी इलाके से वाहनों के घाटी की तरफ जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया।
इसके बाद कंपनी की मशीनरी को राजमार्ग को खोलने में घंटों लग गए। रात करीब नौ बजे राजमार्ग को खोलने में कामयाबी मिली। पुलिस ने सबसे पहले रामबन में दोनों तरफ रोके गए वाहनों को जम्मू और श्रीनगर की तरफ रवाना किया। इसके बाद रात के समय उधमपुर में रोके गए वाहनों को भी घाटी की तरफ रवाना कर दिया।