बरेली/हल्द्वानी। उत्तराखंड के लालकुआं में एसओजी और पुलिस ने बरेली के कैंट थाने में तैनात सिपाही रविंद्र सिंह, बीडीएस व एमसीए छात्र को 1.07 किलो स्मैक के साथ गिरफ्तार किया। तस्करी में सिपाही रविंद्र की गिरफ्तारी की सूचना के बाद एसएसपी बरेली ने उसे निलंबित कर दिया है।
नैनीताल के एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि उत्तराखंड में स्मैक की यह अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी है। पुलिस के अनुसार, बृहस्पतिवार को लालकुआं के सुभाषनगर बैरियर पर पुलिस चेकिंग के दौरान तीनों पकड़ में आए।
सिपाही रविंद्र के साथ गिरफ्तार शाही थाना क्षेत्र के गांव दुनका आनंदपुर निवासी मोरपाल बीडीएस (बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी) का छात्र है। जबकि बरेली के आजादनगर निवासी अर्जुन पांडे एमसीए की पढ़ाई कर रहा है। साथ में प्राइवेट नौकरी भी करता है।
रविंद्र मूल रूप से बागपत जिले के छपरौली थाना क्षेत्र के सिलाना का रहने वाला है। वे तीनों बरेली से स्मैक खरीदकर उत्तराखंड में बेचने गए थे। उत्तराखंड पुलिस तीनों का आपराधिक इतिहास खंगाल रही है। तीनों आरोपियों का प्रोफाइल देख पुलिस के अधिकारी भी अचरज में पड़ गए।
आरोपी अर्जुन नियमित तौर पर स्मैक तस्करी करता है और उसे सिंडिकेट का मुख्य खिलाड़ी बताया जा रहा है। पुलिस के रडार पर वह पहले से था। कैंट थाने का सिपाही रविंद्र सिंह और जिले के दो छात्र भले ही उत्तराखंड में गिरफ्तार हुए हों, लेकिन इनकी डील शहर से सटे सीबीगंज इलाके में हुई थी।