रुड़की। एक मकान में चर्च बनाकर सामूहिक प्रार्थना करने पर स्थानीय लोगों और हिंदू संगठन के लोगों ने हंगामा कर दिया। लोगों ने बिना अनुमति चर्च चलाने और धर्म परिवर्तन करने का आरोप लगाया। इसे लेकर सामूहिक प्रार्थना कर रहे लोगों से उनकी नोकझोंक हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह मामला शांत कराया। साथ ही चर्च को बंद कराकर अनुमति लाने की बात कही। वहीं पुलिस ने चर्च के पास्टर का शांतिभंग में चालान कर दिया।
सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र स्थित ढंढेेरा में एक मकान में चर्च बनाकर कुछ लोग सामूहिक प्रार्थना कर रहे थे। इसे लेकर जुलाई माह में स्थानीय लोगों ने धर्म परिवर्तन का आरोप लगाते हुए हंगामा किया था। पुलिस और प्रशासन ने चर्च चलाने वालों से अनुमति मांगी थी लेकिन वह कोई अनुमति नहीं दिखा पाए थे। इसके बाद 30 जुलाई को इस संबंध में एसडीएम कार्यालय में बैठक हुई थी। इसमें प्रशासन ने अनुमति लेने की बात कही थी। साथ ही अनुमति न लेने तक चर्च बंद करने की बात कही थी।
रविवार को कुछ लोग चर्च पहुंचे और ताला खोलकर सामूहिक प्रार्थना करने लगे। स्थानीय लोगों और हिंदू संगठनों की इसकी भनक लग गई। इस पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग व हिंदू संगठन के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और हंगामा कर दिया। इसे लेकर उनकी चर्च में प्रार्थना कर रहे लोगों से उनकी नोकझोंक हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामला शांत कराया। ट
इस दौरान स्थानीय लोगों ने चर्च में लोगों के धर्म परिवर्तन का आरोप लगाया और चर्च बंद करवाने की बात कही। इस पर पुलिस ने प्रार्थना कर रहे लोगों से अनुमति दिखाने की बात कही लेकिन वह कोई अनुमति नहीं दिखा पाए। इस पर पुलिस ने चर्च के गेट पर ताला लगवाकर बंद करा दिया। वहीं, पुलिस चर्च के प्रमुख नीरज पास्टर को कोतवाली ले आई और शांतिभंग में चालान कर दिया। कोतवाली प्रभारी देवेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि चर्च चलाने वालों को अनुमति लाने के निर्देश दिए गए हैं। बिना अनुमति के चर्च चलाने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।