मैदानी क्षेत्रों में इसका ज्यादा प्रभाव है और इस पर नियंत्रण के लिए समयबद्ध रूप से कार्यवाही आवश्यक है। इस बारे में विभिन्न माध्यमों से दिशा-निर्देश के बावजूद दोनों जिलों में सीएमओ के स्तर से इन रोगों की रोकथाम को अपेक्षित प्रयास नहीं किए गए, जिससे वहां असामान्य स्थित उत्पन्न होने की संभावना है।
देहरादून। सर्दी का मौसम लगभग शुरू हो चुका है और अब तक डेंगू की चुनौती बरकरार है। शनिवार को जहां देहरादून में डेंगू के 15 नए मरीज पाए गए, वहीं हरिद्वार में 12 रोगी मिले। राज्य सरकार के हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, पौड़ी में भी डेंगू का एक मामला पाया गया। इसी के साथ दून में डेंगू का आंकड़ा 1202 पर पहुंच गया है और प्रदेश में अब तक कुल 1679 मरीज सामने आ चुके हैं।
बदलते मौसम के बीच लगातार सिर उठा रहे डेंगू और चिकनगुनिया रोगों की रोकथाम के लिए सरकारी मशीनरी लापरवाह रवैया अपना रही है। इसे लेकर अब शासन ने सख्त रुख अपनाया है। इस कड़ी में देहरादून और हरिद्वार जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों (सीएमओ) को प्रतिकूल प्रविष्टि के नोटिस जारी किए गए हैं।
इसके अलावा इन बीमारियों के प्रसार की रोकथाम के लिए बुलाई गई वर्चुअल बैठक से अनुपस्थित रहने पर हरिद्वार के साथ ही पौड़ी, रुद्रप्रयाग व चंपावत के सीएमओ को अनुशासनात्मक कार्रवाई के मद्देनजर कारण बताओ नोटिस भेजे गए हैं। प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों, विशेषकर मैदानी इलाकों में इन दिनों डेंगू व चिकनगुनिया के एक के बाद एक सामने आ रहे मामलों ने सरकार की पेशानी पर बल डाल दिए हैं।
एक सितंबर से 15 अक्टूबर की अवधि को लें तो इस दौरान डेंगू के 1679 मामले सामने आ चुके हैं। देहरादून, हरिद्वार और पौड़ी जिले डेंगू से सर्वाधिक प्रभावित हैं। यही नहीं, ऐसे मरीजों की संख्या भी काफी है, जो डेंगू व चिकनगुनिया से पीड़ित होने पर घरों में ही उपचार करा रहे हैं। ये रोग लगातार फैल रहे हैं, लेकिन इनकी रोकथाम पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। इसमें तंत्र की लापरवाही भारी पड़ रही है।
इस कड़ी में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही पर शासन ने अब कड़ा रुख अपनाया है। प्रभारी सचिव स्वास्थ्य डा आर राजेश कुमार ने इस क्रम में देहरादून के सीएमओ डा मनोज उप्रेती और हरिद्वार के सीएमओ डा कुमार खगेंद्र को प्रतिकूल प्रविष्टि के मद्देनजर कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में कहा गया है कि राज्य में डेंगू व चिकनगुनिया रोग के तीव्र गति से फैलने के मामले आ रहे हैं।
दोनों जिलों के सीएमओ को तीन दिन के भीतर अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही कहा गया है कि अन्यथा की स्थिति में उन्हें प्रतिकूल प्रविष्टि दिया जाना अपरिहार्य होगा। इसके अलावा डेंगू व चिकनगुनिया के प्रसार की रोकथाम के लिए शुक्रवार को शासन द्वारा बुलाई गई वर्चुअल बैठक से अनुपस्थित रहे चार जिलों के सीएमओ डा कुमार खगेंद्र (हरिद्वार), डा प्रवीन कुमार (पौड़ी), डा एचसीएस मर्तोलिया (रुद्रप्रयाग) व डा केके अग्रवाल (चंपावत) को भी कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं।
राज्य में डेंगू के मामले
- देहरादून, 1202
- हरिद्वार, 238
- पौड़ी, 129
- नैनीताल, 56
- टिहरी, 42
- ऊ.नगर, 12