मदननेगी में स्थित यूनियन बैंक में गड़बड़ी की सूचना मिलने पर शांति व्यवस्था के लिए पुलिस कर्मी भेजे गए हैं। राजस्व क्षेत्र में हुई इस घटना की एफआईआर दर्ज होने पर मामला पुलिस को हस्तांतरित किया जाता है, तो पुलिस जांच करेगी।
– नवनीत सिंह भुल्लर, एसएसपी टिहरी।
टिहरी। टिहरी के धारमंडल क्षेत्र के मदननेगी में स्थित यूनियन बैंक में दो करोड़ रुपये से अधिक गबन का मामला प्रकाश में आया है। गबन के आरोप में बैंक मैनेजर और कैशियर को तत्काल निलंबित कर दिया गया है। बैंक के जांच अधिकारी देर रात तक खातों की जांच में जुटे रहे। उन्होंने कहा कि इस मामले में बैंक कैशियर और अन्य दोषी कर्मी के खिलाफ जल्द ही रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी।
प्रतापनगर के रौणियां सहकारी मिनी बैंक में 20 लाख के गबन का मामला सामने आने के दूसरे दिन ही मदननेगी के यूनियन बैंक में करोड़ों रुपये के गबन का खुलासा हुआ है। लंबे समय से की जा रही गड़बड़ी का खुलासा तब हुआ जब एक सप्ताह पहले मदननेगी यूनियन बैंक के एक खाताधारक ने क्षेत्रीय कार्यालय में शिकायत करते हुए बताया कि उन्होंने करीब 15-16 अगस्त को एक चेक आरटीजीएस कराया था, लेकिन 23 अगस्त तक भी चेक क्लीयर नहीं हो पाया है। इस बाबत जब क्षेत्रीय कार्यालय से बैंक मैनेजर से बात की गई तो वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। इस पर किसी गड़बड़ी की आशंका जताते हुए क्षेत्रीय कार्यालय से मुख्य प्रबंधक संजय उपाध्याय टीम के साथ मदननेगी पहुंचे।
मुख्य प्रबंधक ने बताया कि खातों की जांच करने पर दो दिन में दो करोड़ रुपये से अधिक की गड़बड़ी पकड़ में आई है। फिलहाल आरोपी मैनेजर राहुल शर्मा और कैशियर सोमेश डोभाल को निलंबित कर दिया गया है। अभी तक जांच में सामने आया है कि कैशियर सोमेश खुद ने खुद ही लोन लिया है और कई बचत खातों से पैसा भी निकाला। अभी जांच की जा रही है। जल्द मामले में कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जांच के बाद पता चलेगा कि कुल कितनी धनराशि का गबन हुआ है। वहीं बैंक कैशियर अभी फरार बताया जा रहा है।
मदननेगी में स्थित यूनियन बैंक में गबन की खबर सुनकर लोग बैंक पहुंचे। अपने बचत खाते में बैलेंस चेक कराने के लिए लाइन में लगे लोगों को जब खाते में जमा रकम गायब मिली तो उनके होश उड़ गए। ग्राम खोला कुरणी के खाताधारक गणेश चमोली के खाते से 20 लाख रुपये गायब मिले। इसी तरह उनकी मां के खाते से भी तीन लाख रुपये, सांदणा के धूम सिंह रावत के खाते से 13 लाख, भूरी देवी के खाते से 16 लाख और कंगसाली के महावीर सिंह चौहान के खाते से 10 लाख रुपये गायब मिले।
मददननेगी के मनीष नेगी की एफडी भी गायब थी। इसी तरह शुक्रवार को दिनभर खाताधारक बैंक पहुंचकर अपने खातों की जांच कराते रहे। बचत खाते से खून-पसीने की कमाई गायब होने पर कई लोग रोने लगे। क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य बलवत सिंह रावत ने गबन की राशि खाताधारकों को जल्द वापस दिलाने और दोषी बैंक कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।