
देहरादून: उत्तराखंड के बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर एक बार फिर सियासत तेज हो गई है। बीते दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में कथित तौर पर एक VIP के नाम का जिक्र सामने आने के बाद राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है। इस पूरे घटनाक्रम के बीच मंगलवार को उत्तराखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने दिल्ली में प्रेसवार्ता कर राज्य सरकार पर गंभीर सवाल खड़े किए और मामले की CBI जांच की मांग की।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि अंकिता भंडारी हत्याकांड शुरू से ही संदेहों से घिरा रहा है और अब वायरल वीडियो में VIP नाम सामने आने से यह मामला और गंभीर हो गया है। उन्होंने मांग की कि पूरे प्रकरण की जांच सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त या कार्यरत जज की अध्यक्षता में CBI से कराई जानी चाहिए, ताकि सच सामने आ सके और किसी भी प्रभावशाली व्यक्ति को बचाया न जा सके।
गणेश गोदियाल ने कहा कि अगर प्रदेश सरकार दस दिनों के भीतर CBI जांच की सिफारिश नहीं करती है, तो कांग्रेस पूरे प्रदेश में आंदोलन शुरू करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार शुरू से ही इस मामले में पारदर्शिता नहीं बरत रही है और अब जब सोशल मीडिया पर नए खुलासे सामने आए हैं, तो सरकार की चुप्पी कई सवाल खड़े करती है।
उन्होंने कहा कि अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस लगातार आवाज उठाती रही है, लेकिन सरकार हर बार मामले को दबाने और ध्यान भटकाने का प्रयास करती रही है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि जिन लोगों के नाम सामने आ रहे हैं, वे प्रभावशाली हैं और सत्ता के संरक्षण में हैं, इसलिए निष्पक्ष जांच बेहद जरूरी है।
बताया गया कि हाल ही में बीजेपी से निष्कासित पूर्व विधायक सुरेश राठौर की कथित पत्नी ने फेसबुक लाइव आकर कुछ खुलासे किए थे। इस वीडियो में महिला ने अंकिता भंडारी हत्याकांड में ‘VIP गट्टू’ नाम का उल्लेख किया और दावा किया कि वह बीजेपी का बड़ा नेता है। इस बयान के सामने आने के बाद कांग्रेस ने सरकार पर सीधा हमला बोल दिया है।
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि अगर सरकार सच में दोषियों को सजा दिलाना चाहती है तो उसे बिना देरी के CBI जांच की सिफारिश करनी चाहिए। वहीं, इस पूरे मामले पर भाजपा या राज्य सरकार की ओर से फिलहाल कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, जिससे सियासी माहौल और गरमा गया है।




