
देहरादून| शादियों का मौसम शुरू होते ही साइबर ठगों ने भी लोगों को लूटने के नए-नए तरीके ईजाद कर लिए हैं। अब वे ऑनलाइन शादी के निमंत्रण पत्र के बहाने लोगों के मोबाइल फोन हैक कर रहे हैं। इन ठगों द्वारा भेजे गए निमंत्रण पत्र असल में एपीके (APK) फाइल होते हैं, जिन्हें डाउनलोड करते ही फोन पर उनका पूरा नियंत्रण हो जाता है।
हाल ही में रुड़की और लक्सर क्षेत्र में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनमें लोगों को ऑनलाइन शादी का निमंत्रण भेजा गया और जैसे ही उन्होंने फाइल खोली, उनका फोन हैक हो गया। इसके बाद न केवल बैंक खातों से पैसे निकाल लिए गए बल्कि व्यक्तिगत फोटो, वीडियो और अन्य निजी जानकारी भी चोरी कर ली गई।
पहला मामला:
रुड़की नगर के एक व्यापारी को व्हाट्सएप पर शादी का निमंत्रण पत्र भेजा गया। फाइल एपीके फॉर्मेट में थी। जैसे ही उन्होंने इसे खोला, उनका मोबाइल फोन हैक हो गया। कुछ ही मिनटों में उनके यूपीआई अकाउंट से ₹6500 की रकम निकाल ली गई।
दूसरा मामला:
एक स्थानीय युवक का मोबाइल फोन भी इसी तरह हैक कर लिया गया। इसके बाद साइबर ठगों ने उसके फोन से आपत्तिजनक फोटो कई व्हाट्सएप ग्रुपों में पोस्ट कर दिए। इससे परेशान युवक को पुलिस में शिकायत दर्ज करानी पड़ी और बाद में उसे सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी पड़ी।
साइबर अपराधी इन दिनों व्हाट्सएप और ईमेल के माध्यम से भेजे जा रहे डिजिटल निमंत्रण पत्रों का दुरुपयोग कर रहे हैं। शादी या किसी सामाजिक कार्यक्रम का बहाना बनाकर वे लोगों को फर्जी लिंक या एपीके फाइल डाउनलोड करवाते हैं, जिनके जरिए फोन का पूरा डेटा चोरी हो जाता है।
पुलिस ने जारी की चेतावनी और सुझाव:
लक्सर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजीव रौथाण ने बताया कि साइबर ठगों से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि अनजान नंबरों या ग्रुपों से आए एपीके फाइल या लिंक को न खोलें। उन्होंने कहा—
- केवल पीडीएफ फाइल फॉर्मेट में आए निमंत्रण ही खोलें।
- एपीके फाइल आने पर तुरंत डिलीट कर दें।
- किसी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें।
- यदि गलती से फाइल डाउनलोड हो गई हो तो तुरंत सभी पासवर्ड बदलें।
- फोन या बैंक अकाउंट हैक होने पर तुरंत साइबर पुलिस या हेल्पलाइन 1930 पर संपर्क करें।
पुलिस लगातार साइबर अपराधों के प्रति जागरूकता अभियान चला रही है और लोगों से सतर्क रहने की अपील कर रही है। ऐसे मामलों में जरा सी लापरवाही भारी आर्थिक और सामाजिक नुकसान का कारण बन सकती है।




