
पोखरी (चमोली) | चमोली जिले में देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया, जब कबड्डी प्रतियोगिता से लौट रहे खिलाड़ियों का वाहन अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरा। इस हादसे में छह छात्राओं सहित कुल आठ लोग घायल हो गए। राहत की बात यह रही कि सभी घायल खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं, हालांकि तीन लोगों की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें हायर सेंटर श्रीनगर रेफर किया गया है।
कब और कैसे हुआ हादसा
जानकारी के अनुसार, बुधवार को गोपेश्वर में जिला स्तरीय शरदकालीन कबड्डी प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। प्रतियोगिता में जिले के विभिन्न स्कूलों की बालक और बालिका टीमें शामिल हुई थीं। दिनभर चले मुकाबलों के बाद देर शाम टीमें अपने-अपने विद्यालयों को लौट रही थीं।
इसी दौरान, जीआईसी रडुवा चांदनीखाल की छात्राओं और खेल शिक्षक उमेश कुमार के साथ-साथ जीआईसी नैल सांकरी के छात्र और शिक्षक भी एक वाहन से गोपेश्वर से लौट रहे थे। नैल सांकरी में तीन छात्र और शिक्षक उतरने के बाद वाहन आगे बढ़ा, जिसमें छह छात्राएं, खेल शिक्षक और चालक सवार थे।
रात लगभग आठ बजे, जब वाहन सलना गांव से करीब दो किलोमीटर पहले चौलांडी गदेरे के पास पहुंचा, अचानक अनियंत्रित होकर करीब 45 मीटर गहरी खाई में जा गिरा। घटना के बाद वाहन से चीख-पुकार की आवाजें गूंज उठीं, जिससे आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और राहत-बचाव कार्य शुरू किया।
स्थानीय लोगों ने बचाया जान
स्थानीय ग्रामीणों और राहगीरों ने तुरंत प्रशासन को सूचना दी। कुछ ही देर में पुलिस और रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और घायलों को खाई से बाहर निकाला गया। सभी को प्राथमिक उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पोखरी पहुंचाया गया।
सीएचसी के अधीक्षक डॉ. प्रियम गुप्ता ने बताया कि चालक जय लाल, छात्रा आंचल और पूर्वांशी को गंभीर चोटें आई थीं। इन्हें देर रात ही हायर सेंटर श्रीनगर बेस अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहीं खेल शिक्षक उमेश कुमार, छात्राएं दीपा, आरुषी, अनामिका और दीक्षा को प्राथमिक उपचार के बाद सुबह जांच के लिए श्रीनगर भेजा गया।
विद्यालय प्रशासन ने ली स्थिति की जानकारी
जीआईसी रडुवा चांदनीखाल के प्रधानाचार्य संजय कुमार ने बताया कि वे लगातार श्रीनगर बेस अस्पताल से संपर्क में हैं और सभी घायलों की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। अस्पताल प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, सभी छात्राओं की हालत अब स्थिर है और वे खतरे से बाहर हैं।
जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग अलर्ट
घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग के अधिकारी सक्रिय हो गए। प्रशासन ने पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है और वाहन की फिटनेस, ड्राइवर की लाइसेंस स्थिति और मार्ग सुरक्षा मानकों की जांच के निर्देश दिए हैं।
स्थानीय प्रतिनिधियों ने बताया कि चौलांडी गदेरे के पास सड़क का मोड़ बेहद खतरनाक है और अंधेरे में दृश्यता कम होने के कारण यहां अक्सर वाहन अनियंत्रित हो जाते हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से वहां सड़क चौड़ीकरण और सुरक्षा रेलिंग लगाने की मांग की है।
घटना से क्षेत्र में दहशत
इस हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में दहशत और शोक का माहौल है। ग्रामीणों के अनुसार, छात्राएं बेहद प्रतिभाशाली थीं और हाल ही में आयोजित प्रतियोगिता में उनके विद्यालय का प्रदर्शन सराहनीय रहा था। कई सामाजिक संगठनों और अभिभावकों ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
संक्षेप में:
- कबड्डी प्रतियोगिता से लौटते समय वाहन खाई में गिरा।
- छह छात्राओं सहित आठ लोग घायल।
- तीन गंभीर घायल श्रीनगर रेफर।
- सभी अब खतरे से बाहर।
- ग्रामीणों ने हादसे की जगह पर सुरक्षा व्यवस्था की मांग की।
यह घटना एक बार फिर उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा की जमीनी सच्चाई पर सवाल उठाती है, जहां संकरी सड़कों, गहरे मोड़ों और पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था के अभाव में ऐसे हादसे बार-बार दोहराए जा रहे हैं।