
पटना सिटी | बिहार की राजधानी पटना एक बार फिर दिल दहला देने वाली घटना से सन्न रह गई। जिले के बाढ़ अनुमंडल के अथमलगोला थाना क्षेत्र अंतर्गत करजान गांव के पास एक आठ वर्षीय बच्ची की बेरहमी से हत्या कर दी गई। अपराधियों ने न केवल उसकी जान ली बल्कि शव को बोरे में बंद कर खेत में फेंक दिया, जिससे पूरा क्षेत्र शोक और आक्रोश में डूब गया है।
पुलिस के अनुसार, गुरुवार सुबह ग्रामीणों ने करजान गांव के बाहर खेत में एक संदिग्ध बोरा देखा। बोरे में से तेज दुर्गंध आने पर उन्होंने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब बोरा खोला तो भीतर से आठ साल की बच्ची का शव मिला। सबसे दर्दनाक बात यह रही कि उसके दोनों हाथ और पैर प्लास्टिक के वायर से बंधे हुए थे। यह देखकर परिजनों और स्थानीय लोगों के आंसू फूट पड़े। पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
बकरी चराने गई थी बच्ची, शाम तक नहीं लौटी
परिवार के मुताबिक, बच्ची बुधवार दोपहर पास के खेतों में बकरी चराने गई थी। शाम तक जब वह घर नहीं लौटी तो परिवार ने उसकी तलाश शुरू की। आसपास के गांवों और खेतों में घंटों खोजबीन के बाद भी कोई पता नहीं चला। देर रात परिवार के लोगों ने एक निर्माणाधीन मकान के पास उसकी चप्पल देखी। थोड़ी दूरी पर ही खेत में बोरा पड़ा मिला। बोरे को खोला गया तो बच्ची का शव अंदर था, जिससे पूरे गांव में चीख-पुकार मच गई।
दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि जिस तरह से बच्ची के हाथ-पैर बांधे गए थे और शव को छिपाने की कोशिश की गई, उससे साफ है कि उसके साथ पहले दुष्कर्म किया गया और फिर हत्या कर शव को ठिकाने लगाया गया। गांव में यह चर्चा भी है कि बच्ची को आखिरी बार किसी व्यक्ति के साथ जाते देखा गया था, हालांकि पुलिस ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है।
गांव में मातम और आक्रोश
घटना की खबर फैलते ही करजान और आसपास के गांवों में सन्नाटा पसर गया। बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल पर जमा हो गए। परिजन बेसुध होकर रो रहे हैं। स्थानीय महिलाएं बच्ची के लिए इंसाफ की मांग कर रही हैं। एक ग्रामीण महिला ने कहा, “जिसने यह किया है, उसे फांसी से कम सजा नहीं मिलनी चाहिए।”
पुलिस ने गठित की विशेष जांच टीम
अथमलगोला थाने की पुलिस ने घटनास्थल की जांच कर साक्ष्य जुटाए हैं। पटना पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष जांच टीम (SIT) गठित की है। बाढ़ डीएसपी ने बताया कि निर्माणाधीन मकान के मालिक, मजदूरों और आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है। साथ ही, इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं ताकि कोई सुराग मिल सके।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से साफ होगा सच
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि फिलहाल हत्या के पीछे का कारण स्पष्ट नहीं है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद स्थिति साफ हो जाएगी। दुष्कर्म की आशंका के मद्देनजर मेडिकल टीम को विशेष निर्देश दिए गए हैं कि जांच पूरी सावधानी से की जाए।
राजनीतिक और सामाजिक संगठनों में रोष
घटना के बाद सामाजिक संगठनों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने राज्य सरकार पर कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए हैं। महिला आयोग और बाल अधिकार संगठनों ने कड़ी कार्रवाई की मांग की है। विपक्षी दलों ने इसे “बिहार में बढ़ते महिला उत्पीड़न का उदाहरण” बताते हुए सरकार से जवाब मांगा है।
बच्ची की मासूम मुस्कान अब तस्वीरों में कैद
करजान गांव में वह बच्ची सबकी लाडली थी। गांव वाले बताते हैं कि वह हमेशा हंसती-खेलती रहती थी, बकरियां चराने के बहाने खेतों में दोस्तों के साथ खेलना उसका शौक था। अब उसकी मासूम मुस्कान सिर्फ तस्वीरों में रह गई है।
पुलिस का बयान:
“घटना बेहद गंभीर है। एक विशेष जांच टीम गठित की गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद हत्या और दुष्कर्म के पहलू पर स्पष्टता आएगी। दोषियों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा।”
— एसपी, पटना ग्रामीण