
देहरादून के परेड ग्राउंड में गुरुवार शाम दशहरे के आयोजन के दौरान रावण दहन के बीच अचानक हंगामा खड़ा हो गया। घटना इतनी गंभीर हो गई कि एक पक्ष के लोग खून से लथपथ हालत में छोटे बच्चों समेत मैदान के बाहर धरने पर बैठ गए। माहौल बिगड़ता देख बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर तैनात किया गया और काफी मशक्कत के बाद स्थिति को नियंत्रण में लाया जा सका।
रावण दहन का कार्यक्रम जैसे ही परेड मैदान में आगे बढ़ रहा था, गेट नंबर तीन के पास दो पक्षों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। देखते ही देखते आरोप-प्रत्यारोप की स्थिति में मामला मारपीट तक पहुंच गया। मौके पर मौजूद भीड़ अचानक एक ओर भागी तो अफरा-तफरी मच गई। लोग एक-दूसरे को धक्का देकर दौड़ पड़े, जिससे भगदड़ जैसे हालात पैदा हो गए। इस बीच भीड़ को रोकने के लिए परेड मैदान के गेट बंद कर दिए गए।
घटना के बाद श्री राजपूत करणी सेना से जुड़े गौरव राणा ने आरोप लगाया कि दशहरा कमेटी के पदाधिकारियों ने उनके साथ मारपीट की। उन्होंने कहा कि झगड़े के दौरान उनके बच्चे को लातों से मारा गया और भांजे के साथ भी हाथापाई हुई। आरोप लगाते हुए उन्होंने वहीं धरने पर बैठने का ऐलान कर दिया। इसी दौरान उनके समर्थक और परिवारजन खून से लथपथ हालत में बच्चों के साथ मैदान के बाहर धरने पर बैठ गए।
सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात संभालने की कोशिश की। घायल पक्ष को एंबुलेंस बुलाकर अस्पताल भेजा गया, लेकिन वे पहले जाने को तैयार नहीं हुए। आखिरकार काफी समझाने और समझौता कराने के बाद उन्हें इलाज के लिए भेजा गया।
इस दौरान सबसे अनोखा नजारा तब देखने को मिला जब आयोजन में मंचन कर रहे हनुमान बने कलाकार अचानक गदा उठाकर भीड़ के बीच पहुंच गए। उन्होंने अपनी भूमिका के अनुरूप गदा घुमाते हुए लोगों को पीछे हटने और शांति बनाए रखने का आह्वान किया। कलाकारों का यह अनोखा प्रयास देखकर भीड़ थोड़ी देर के लिए थम गई और पुलिस को स्थिति संभालने का मौका मिला।
दशहरे जैसे धार्मिक और सांस्कृतिक पर्व पर इस तरह की घटना से लोग स्तब्ध हैं। जहां एक ओर मैदान में रावण दहन के दौरान ‘जय श्रीराम’ के जयकारे गूंज रहे थे, वहीं दूसरी ओर झगड़े और धरने ने माहौल को तनावपूर्ण बना दिया। हालांकि पुलिस ने हालात पर काबू पा लिया, लेकिन इस विवाद ने दशहरा मेले की खुशियों पर ग्रहण लगा दिया।