
कोलंबिया। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कोलंबिया के ईआईए विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में मोदी सरकार और भाजपा-आरएसएस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि वर्तमान केंद्र सरकार द्वारा लोकतंत्र पर हो रहा हमला देश के लिए सबसे बड़ा खतरा है। राहुल गांधी ने भाजपा-आरएसएस की विचारधारा को ‘कायरता’ पर आधारित बताते हुए इसे कमजोरों के लिए खतरा और भारत की विविधता के लिए चुनौती बताया।
राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत एक विविधताओं वाला देश है, जिसमें कई धर्म, परंपराएं, भाषाएं और विचार मौजूद हैं। इन सभी संस्कृतियों को फलने-फूलने के लिए लोकतंत्र सबसे बेहतर माध्यम है। उन्होंने जोर देकर कहा कि लोकतंत्र पर हमला देश की सबसे बड़ी चुनौती बन गया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत में इंजीनियरिंग और स्वास्थ्य सेवा जैसी मजबूत योग्यताएं मौजूद हैं, जिससे वे देश के भविष्य को लेकर आशावादी हैं, लेकिन संरचनात्मक खामियों को दूर करना आवश्यक है।
भाजपा-आरएसएस पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा कि उनकी विचारधारा में ‘कायरता’ निहित है। उन्होंने विदेश मंत्री के एक बयान का हवाला देते हुए कहा कि चीन से मुकाबले में सरकार की रूख से यह स्पष्ट होता है कि उनकी नीति कमजोर से डरती है और शक्तिशाली के सामने झुकती है। इसके अलावा, उन्होंने आरएसएस के इतिहास से जुड़े घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि कमजोर लोगों को निशाना बनाना और शक्तिशाली से दूर भागना ही उनकी विचारधारा का मूल है।
राहुल गांधी ने हाल ही में लद्दाख और बिहार में केंद्र सरकार की नीतियों की भी आलोचना की। लद्दाख में विरोध प्रदर्शनों के लिए उन्होंने भाजपा-आरएसएस को जिम्मेदार ठहराया और आरोप लगाया कि सरकार वहां की स्थानीय आवाज को दबा रही है। वहीं बिहार में मतदाता सूची के मुद्दे पर उन्होंने केंद्र सरकार पर ‘वोट चोरी’ का भी आरोप लगाया। राहुल गांधी का यह भाषण भारत के लोकतंत्र, केंद्रीय नीतियों और भाजपा-आरएसएस की विचारधारा पर तीखी आलोचना के रूप में देखा जा रहा है।