
मेरठ के खरखौदा क्षेत्र के एक गांव में प्रेम प्रसंग से जुड़ा मामला दो जानें ले गया। शादी से पहले प्रेमी के साथ घर से भागी युवती के घर लौटने के बाद जहरीला पदार्थ खाने की कोशिश ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया। युवती तो बच गई, लेकिन पिता ने आत्महत्या कर ली। इस मामले में शादी तय कराने वाले बिचौलिये की कुछ दिन पहले हार्ट अटैक से मौत हो चुकी है।
प्रेमी संग भागी युवती, पुलिस ने की बरामदगी
गांव की युवती का पड़ोस के ही एक अन्य गांव के युवक से प्रेम प्रसंग चल रहा था। युवक दूसरी जाति का था, जिससे परिवार ने इस रिश्ते का विरोध किया। युवती के परिजनों ने गांव के ही एक व्यक्ति की मदद से उसका रिश्ता समाज के ही एक युवक से तय कर दिया। लेकिन करीब 15 दिन पहले युवती प्रेमी संग घर से भाग गई। पुलिस ने दोनों को बरामद कर परिजनों को सौंप दिया। परिजनों ने मामले में कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की और युवती को चुपचाप घर ले आए।
जहर खाकर जान देने की कोशिश
घर पहुंचते ही युवती ने जहरीला पदार्थ खा लिया। हालत बिगड़ने पर उसे हापुड़ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के बाद उसकी जान बच गई और वह फिर से घर लौटी।
पिता ने फांसी लगाकर दी जान
घटनाक्रम से मानसिक रूप से टूटे पिता ने 26 जून को घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने पुलिस को सूचना दिए बिना ही उनका अंतिम संस्कार कर दिया।
बिचौलिये की भी हो चुकी है मौत
बताया जा रहा है कि इस रिश्ते को तय कराने वाले बिचौलिये की 18 जून को हार्ट अटैक से मौत हो गई थी।
प्रशासन को नहीं मिली जानकारी
इस पूरे मामले पर सीओ किठौर प्रमोद कुमार का कहना है कि युवती के पिता की खुदकुशी का मामला पुलिस के संज्ञान में नहीं आया है। मामले की जानकारी जुटाई जा रही है।
समाज और परिवार पर उठते सवाल
यह दुखद घटना एक बार फिर इस बात पर सवाल खड़ा करती है कि प्रेम संबंधों को लेकर समाज का रवैया किस हद तक त्रासदीपूर्ण हो सकता है। युवती की पसंद को नकारना, दबाव में रिश्ता तय करना और अंततः पूरे परिवार का मानसिक रूप से टूट जाना — यह एक बड़ी सामाजिक चिंता का विषय है।