
ऊखीमठ (रुद्रप्रयाग), 16 जून 2025 — केदारनाथ से लौटते समय हुए हेलिकॉप्टर हादसे में श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) में कार्यरत विक्रम सिंह रावत की दर्दनाक मौत हो गई। इस हादसे ने पूरे रांसी गांव और मद्महेश्वर घाटी को शोक में डुबो दिया है।
विक्रम सिंह बीते 15 वर्षों से बीकेटीसी में कार्यरत थे। रविवार सुबह वह गांव लौटने के लिए केदारनाथ धाम से हेलिकॉप्टर में सवार हुए थे। घर में बेटी की शादी की तैयारियां चल रही थीं — नवंबर में उनकी बड़ी बेटी की डोली उठनी थी, लेकिन उससे पहले ही पिता की अर्थी उठ गई।
विक्रम सिंह अपने पीछे पत्नी, तीन बच्चे और बुजुर्ग माता-पिता को छोड़ गए हैं। हादसे की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया है। उनकी पत्नी और बच्चे बेसुध हैं, माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है।
गांव की निवर्तमान प्रधान कुंती देवी ने बताया कि विक्रम शादी की तैयारियों के लिए ही घर लौट रहे थे। हादसे का दुखद संयोग यह भी है कि उनका हेलिकॉप्टर टिकट पहले से नहीं था, लेकिन मौके पर टिकट बन जाने के बाद वह सवार हो गए।
ग्रामीणों के अनुसार, 10 जून को भी गांव के दो युवकों की मोटरसाइकिल हादसे में मौत हो गई थी। अब यह दूसरी दुखद घटना ने पूरे गांव को झकझोर दिया है।
विक्रम की मृत्यु पर विधायक आशा नौटियाल, बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी, चंडी प्रसाद भट्ट, पूर्व विधायक मनोज रावत और अन्य नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
यह हादसा केवल एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि पूरे गांव की उम्मीदों, सपनों और खुशियों को तोड़ गया है।