
नैनीताल। मई महीने में बुधवार को हुई तेज ओलावृष्टि से जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली, वहीं किसानों के खेतों में फसलों और फलों को भारी नुकसान झेलना पड़ा। बड़े-बड़े ओलों को देखकर हर कोई हैरान हो गया। काश्तकारों का कहना है कि ओलों का साइज 50 ग्राम से अधिक का था। इनसे कारों के शीशे, होम स्टे की छतों पर लगे सोलर पंप और पॉलीहाउस तक में छेद हो गए। वहीं दिन में अंधेरा होने के चलते वाहन चालकों को लाइट जलाकर गुजरना पड़ा।
भीमताल, भवाली, मेहरागांव, अलचौना, चाफी, जंगलियागांव, धारी, धानाचूली, जंतवालगांव और बेतालघाट के गांवों में आलू, टमाटर, शिमला मिर्च, बैंगन, बीन, आडू़, प्लम, खुबानी आदि फसलों और फलों को ओलावृष्टि से नुकसान पहुंचा है। वहीं भीमताल ब्लॉक रोड, मेहरागांव और खैरना में जलभराव से दुकानों में पानी घुसने से व्यापारी परेशान रहे। भवाली और घोड़ाखाल के चाय बागान में भी ओलावृष्टि से चाय की पत्तियों को नुकसान पहुंचा है। बागान के प्रबंधक नवीन चंद्र पांडे ने बताया कि ओलावृष्टि से चाय बागान की हरी पत्तियों को 30 से 35 प्रतिशत नुकसान हुआ है।
भीमताल विधायक राम सिंह कैड़ा ने जिला प्रशासन, कृषि और उद्यान विभाग से ओलावृष्टि से किसानों को हुए नुकसान का सर्वे कराकर उचित मुआवजा दिलाने को कहा है। भीमताल ब्लॉक प्रशासक डॉ. हरीश बिष्ट, पूर्व विधायक दान सिंह भंडारी, कांग्रेसी नेता हरीश पनेरू, मनोज शर्मा, राकेश बृजवासी ने भी किसानों को उचित मुआवजा दिलाने को कहा है।
खेतों में लगीं फसलें ओलावृष्टि से खराब हो गईं। सालभर मेहनत करने के बाद बुधवार की ओलावृष्टि से आर्थिक रूप से किसानों को नुकसान पहुंचा है। प्रशासन और उद्यान विभाग को मुआवजा देना चाहिए। – आनंदमणि भट्ट, काश्तकार, भीमताल
ओलावृष्टि ने किसानों की मेहनत पर पानी फेरने का काम किया है। ओलों से काश्तकारों को काफी नुकसान हुआ है। प्रशासन को सर्वे कराकर जल्द मुआवजा दिलाना चाहिए। – राधा कुल्याल, प्रशासक जंगलियागांव
ओलावृष्टि से हमारे पॉलीहाउसों में छेद होने से फूलों को काफी नुकसान पहुंचा है। लोनिवि ने सड़क पर जो दीवार बनाई उससे नाली बंद हो गई और बरसाती पानी घरों के ऊपर आ रहा है। – राकेश बिष्ट, फूल उत्पादक किसान
ओलावृष्टि से हुए नुकसान को लेकर विभाग की ओर से सर्वे किया जाएगा। जिन किसानों को नुकसान पहुंचा है उन्हें मानकों के तहत मुआवजा दिया जाएगा। – डॉ. रजनीश सिंह, मुख्य उद्यान अधिकारी
नैनीताल शहर और आसपास के क्षेत्रों में सुबह से ही बादल छाए रहे। दिनभर तल्लीताल तो कभी मल्लीताल इलाके में कोहरा आता-जाता रहा। सुबह और दोपहर बाद से शहर में मूसलाधार बारिश हुई। बारिश के साथ हल्के ओले भी गिरे। इससे हल्की ठंड बढ़ गई। नैनीताल में सुबह घना कोहरा आता-जाता रहा। सुबह थोड़ी देर के लिए धूप निकली। सुबह नौ बजे के करीब बारिश शुरू हुई। शहर में दिन भर बादलों की आवाजाही के बीच घना कोहरा आता-जाता रहा। इधर, दोपहर बाद करीब एक घंटे तक मूसलाधार बारिश दर्ज की गई। मंगलवार की तुलना में बुधवार को न्यूनतम तापमान में दो डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। मंगलवार को अधिकतम तापमान 29 और न्यूनतम तापमान- 21 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। साथ ही कई दिनों बाद हल्की ठंड लौट आई। मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को अधिकतम तापमान 29 डिग्री और न्यूनतम 19 डिग्री दर्ज किया गया।
भवाली-अल्मोड़ा हाईवे पर गरमपानी में देवी मंदिर के पास बुधवार शाम थुवा की पहाड़ी से गिरे पत्थरों से सड़क किनारे खड़ी कार और दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं। पहाड़ी से पत्थरों को गिरता देख लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई। क्षेत्र के व्यापारी प्रकाश, मनोज, खीम सिंह ने बताया कि पत्थरों के गिरने से दुकानों को नुकसान पहुंचा है। साथ ही बिजली की तारें भी टूट गईं। उनका कहना है कि गनीमत ये रही कि जब पत्थर गिर रहे थे उस वक्त वहां से कोई वाहन नहीं गुजरा जिससे बड़ा हादसा होने से बच गया। लोगों ने एनएच के अधिकारियों से पहाड़ी से गिरने वाले पत्थरों की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है। संवाद
रामनगर में दिन भर बारिश का दौर रहा। सुबह बारिश के बाद दोपहर तक मौसम साफ रहा, लेकिन दोपहर बाद आसमान में बादल घिर आए। शाम को ओलावृष्टि से मौसम खुशनुमा हो गया। एक सप्ताह से चिलचिलाती धूप की वजह से गर्मी से लोग बेहाल थे। बुधवार सुबह से हुई बारिश ने लोगों को राहत दी। दोपहर बाद मौसम ने करवट बदली और शाम करीब पांच बजे ओलावृष्टि हुई। बारिश रात तक जारी रही और लोगों को गर्मी से राहत मिली। उद्यान विभाग के प्रभारी अर्जुन सिंह परवाल ने बताया कि बारिश से आम और लीची की फसल को लाभ होगा।