
शिवपुरी। शिवपुरी जिले के खनियांधाना में लोकायुक्त पुलिस ने एक पटवारी को रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। ग्वालियर लोकायुक्त कार्यालय में इस मामले में शिकायत हुई थी। शिकायत के बाद लोकायुक्त ने छापामार कार्रवाई करते हुए पटवारी को रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड़ लिया। बताया जाता है कि शिकायतकर्ता की भूमि के खसरे में बुआ के पिता का नाम गलत लिखा था। इस नाम को सुधरवाने के लिए पटवारी ने रिश्वत के तौर पर पैसे मांगे थे। इसकी शिकायत शिकायतकर्ता ने लोकायुक्त ग्वालियर को की थी इसके बाद यह छापामार कार्रवाई की गई।
बताया जाता है कि खनियांधाना में लोकायुक्त की टीम ने सोमवार को पटवारी मनोज निगम को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। पटवारी ने खसरे में नाम सुधार के लिए शिकायतकर्ता हनुमंत सिंह से रिश्वत मांगी थी। ग्वालियर लोकायुक्त की टीम ने शिकायतकर्ता की शिकायत पर पटवारी को पकड़ा। इस मामले शिकायतकर्ता हनुमंत सिंह ने इसकी शिकायत ग्वालियर लोकायुक्त कार्यालय में की। सोमवार को जब वह बाकी पैसे देने पटवारी के घर पहुंचे, लोकायुक्त की टीम ने पटवारी को रिश्वत लेते पकड़ लिया।
जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता हनुमंत सिंह की बुआ के पिता का नाम खसरे में गलत दर्ज था। इसमें मथरी की जगह मथुरा लिखा गया था। नाम सुधार के बिना रजिस्ट्री नहीं हो सकती थी। इसलिए हनुमंत सिंह ने पटवारी मनोज निगम से संपर्क किया। पटवारी ने शुरू में 10 हजार रुपये की मांग की। बातचीत के बाद पांच हजार रुपये में डील तय हुई। शिकायतकर्ता ने पहली किस्त के रूप में शनिवार को पटवारी को दो हजार रुपये दिए थे। बाकी तीन हजार रुपये सोमवार को देना तय हुआ था। यही पैसे जब शिकायकर्ता देने पहुंचा तो रणनीति के तहत लोकायुक्त ने पटवारी को रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया।