
देहरादून। उत्तराखंड संस्कृत शिक्षा परिषद् के अंतर्गत आयोजित पूर्व मध्यमा (हाईस्कूल) और उत्तर मध्यमा द्वितीय (इंटरमीडिएट) परीक्षा 2025 के परिणाम आज, यानी 17 अप्रैल 2025 को, घोषित किए जाएंगे। इस बात की जानकारी खुद संस्कृत शिक्षा के निदेशक डॉ. आनंद भारद्वाज ने दी है। परिणामों की औपचारिक घोषणा उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत द्वारा माध्यमिक शिक्षा निदेशालय, देहरादून के सभागार में की जाएगी। कार्यक्रम में शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, संस्कृत शिक्षा परिषद् के पदाधिकारी, शिक्षक प्रतिनिधि और मीडिया के सदस्य उपस्थित रहेंगे।
परीक्षा परिणाम का महत्व
उत्तराखंड में संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। संस्कृत भाषा की समृद्ध परंपरा को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से पूर्व मध्यमा और उत्तर मध्यमा परीक्षाएं हर वर्ष आयोजित की जाती हैं। ये परीक्षाएं न केवल पारंपरिक ज्ञान का मूल्यांकन करती हैं, बल्कि छात्रों को वैदिक साहित्य, व्याकरण, दर्शन और ज्योतिष जैसे विषयों में दक्षता हासिल करने का अवसर भी देती हैं।
इस वर्ष परीक्षा में राज्यभर से हजारों विद्यार्थियों ने भाग लिया था। परीक्षा के आयोजन को लेकर परिषद ने पारदर्शिता और अनुशासन को प्राथमिकता दी थी। परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शिक्षकों की निगरानी में समयबद्ध तरीके से किया गया, जिससे परिणाम समय पर जारी किए जा सकें।
डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी मिलेगा परिणाम
डॉ. भारद्वाज ने जानकारी दी कि छात्रों की सुविधा के लिए परिणाम परिषद की आधिकारिक वेबसाइट पर भी उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अलावा मोबाइल ऐप और एसएमएस के माध्यम से भी विद्यार्थी अपने परिणाम देख सकेंगे।
शिक्षा मंत्री देंगे दिशा-निर्देश
परिणामों की घोषणा के दौरान शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत संस्कृत शिक्षा के भविष्य को लेकर सरकार की योजनाओं और सुधारात्मक कदमों की जानकारी भी देंगे। वे राज्य में संस्कृत विद्यालयों के आधुनिकीकरण, डिजिटल शिक्षण पद्धति, छात्रवृत्तियों और शिक्षकों की गुणवत्ता सुधार जैसे मुद्दों पर भी अपनी बात रखेंगे।
छात्रों में उत्साह
परीक्षा परिणाम को लेकर छात्रों में उत्सुकता चरम पर है। कई छात्र-छात्राएं अपने भविष्य की योजना को लेकर परिणाम का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। कुछ छात्र आगे की पढ़ाई के लिए गुरुकुलों या विश्वविद्यालयों में प्रवेश की योजना बना रहे हैं, तो कुछ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुटे हैं।
शिक्षा विभाग की अपील
संस्कृत शिक्षा विभाग ने सभी छात्रों और अभिभावकों से अपील की है कि वे परीक्षा परिणाम को सकारात्मक दृष्टिकोण से लें और असफलता की स्थिति में हिम्मत न हारें। विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि मूल्यांकन में पारदर्शिता बरती गई है, फिर भी अगर किसी को परिणाम में संशय हो तो वे निर्धारित प्रक्रिया के तहत पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन कर सकते हैं।
संक्षेप में: उत्तराखंड संस्कृत शिक्षा परिषद की परीक्षाओं के परिणाम आज घोषित किए जा रहे हैं, जो न केवल छात्रों के लिए बल्कि राज्य में पारंपरिक शिक्षा प्रणाली को मजबूती देने के लिए भी एक महत्वपूर्ण अवसर है। शिक्षा मंत्री की घोषणा के साथ ही संस्कृत शिक्षा के क्षेत्र में नई योजनाओं और दिशा की भी झलक मिलेगी।