
कोटद्वार। कोटद्वार में रविवार को दर्दनाक हादसा हो गया। मकान की मरम्मत के दौरान खिड़की निकालते समय अचानक गिरे मलबे में दबकर ठेकेदार की मौत हो गई और काम कर रहे दो श्रमिक गंभीर रूप से घायल हो गए। मिस्त्री बाल-बाल बचा।
पदमपुर सुखरो निवासी राकेश नेगी कोटद्वार स्थित कुर्मांचल बैंक में कलेक्शन का काम करते हैं। वे अपने मकान में मरम्मत का काम करवा रहे थे। कोटद्वार के शिब्बूनगर निवासी ठेकेदार नंदकिशोर नौडियाल (54) के साथ श्रमिक सदानंद (19) पुत्र पलटू निवासी ग्राम महुआ, थाना फरिंदा, जिला महाराजगंज, यूपी, रामचंद्र (53) पुत्र छठ्ठू निवासी गांव मनकारा, थाना पुरंदरपुर, जिला महाराजगंज, यूपी और मिस्त्री रामशरण (45) पुत्र इनाली निवासी ग्राम रामनगर, रसियावलखुर्द, जिला सिद्धार्थनगर, यूपी काम में जुटे थे।
रविवार दोपहर करीब एक बजे दीवार से खिड़की निकालते समय अचानक छत से काफी मलबा नीचे गिर गया। ठेकेदार नंदकिशोर नौडियाल, श्रमिक सदानंद व रामचंद्र मलबे में दब गए। तब मिस्त्री रामशरण पास ही दीवार की चिनाई कर रहा था। चीख-पुकार सुनकर पहुंचे रामशरण ने घायलों को मलबे से बाहर निकाला। आनन-फानन में तीनों घायलों को बेस अस्पताल लाया गया, जहां उपचार के दौरान नंदकिशोर नौडियाल की मौत हो गई। श्रमिकों के सिर, मुंह पर गंभीर चोट लगी थीं। उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया।
अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. जेसी ध्यानी, डॉ. अभिषेक जैन, डॉ. वीसी काला के अलावा मेडिकल अफसर डाॅ. इमरान, डॉ. अजीत एवं काफी नर्सिंग स्टाफ मौजूद रहा। वहीं, सूचना पर एसआई पंकज तिवारी ने अस्पताल पहुंचकर घटना की जानकारी ली। मकान स्वामी ने बताया कि वे एक विवाह समारोह में जा रहे थे। सूचना मिलते ही रास्ते से लौटे। श्रमिक सदानंद व रामचंद्र ने बताया कि खिड़की के आसपास तोड़फोड़ की जा चुकी थी।
रस्सी बांधकर खिड़की को खींचना था। रामचंद्र ने बताया कि वह रस्सी लेने जा रहा था, तभी ठेकेदार ने खिड़की को खुद ही हिला दिया। तभी काफी मलबा गिरा और तीनों उसमें दब गए। एसआई पंकज तिवारी ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। तहरीर मिलने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।