
संसद द्वारा बनाए गए नए वक़्फ़ क़ानून के ख़िलाफ़ एकबार फिर से पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद सहित राज्य के कई इलाक़ों में हिंसा भड़क गई। शुक्रवार (11 अप्रैल, 2025) को तो हिंसा हुई थी, अगले दिन शनिवार की सुबह से भी मुस्लिम भीड़ ने उत्पात शुरू कर दिया। जांगीपुर में उपद्रवियों ने कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। वीडियोज में गाड़ियों को धू-धूकर जलते हुए देखा जा सकता है। इलाक़े में बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। प्रशासन का कहना है कि जांगीपुर के सूती और शमशेरगंज में अब हालात नियंत्रण में हैं। जिले में कई संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है।
इससे पहले मंगलवार को मुर्शिदाबाद के ही उमरपुर में हिंसा भड़की थी। 4 पुलिसकर्मी सहित 9 लोग घायल हुए थे, साथ ही जानमाल की काफ़ी क्षति हुई थी। राष्ट्रीय राजमार्ग 12 को जाम करने वाले मुस्लिम उपद्रवियों ने 2 पुलिस थानों को भी फूँक डाला था। राज्यपाल CV बोस ने भी हिंसा की निंदा करते हुए राज्य सरकार को जिम्मेदारीपूर्वक कर्तव्यों का निर्वाहन करने की सलाह दी थी। राज्य के शिक्षा मंत्री सिद्दीकी चौधरी ने हिंसक उपद्रवियों पर लाठीचार्ज की निंदा की थी। विपक्षी भाजपा ने ममता बनर्जी को देश का सबसे विफल मुख्यमंत्री करार दिया है।
ताज़ा हिंसा की बात करें तो न केवल सड़क मार्ग, बल्कि रेल यातायात को भी बाधित किया गया है। पत्थरबाजी में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। पुलिस को लाठीचार्ज का भी सहारा लेना पड़ा। पुलिस ने भीड़ के इकट्ठे होने पर रोक लगा रखी थी, इसके बावजूद मुस्लिम भीड़ वहाँ जुट गई। जिन गाड़ियों को फूँका गया है उनमें पुलिस के वैन और सार्वजनिक बसें शामिल हैं। जुमे की नमाज़ के बाद हिंसा शुरू हुई। पुलिस का कहना है कि उसपर ‘बम जैसे कुछ पदार्थ’ भी फेंके गए। हिंसा के बीच कुछ पुलिसकर्मियों को एक मस्जिद में छिपकर शरण लेनी पड़ी।
पूर्वी रेलवे ने भी एक बयान जारी करके बताया कि धूलियनगंगा और निमित्ता के बीच लगभग 5000 उपद्रवियों ने रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया। हिंसा के बाद आई तस्वीरों में कई बसों को जलकर खँडहर की स्थिति पड़ी हुई देखा जा सकता है। हिन्दुओं की कई व्यापारिक प्रतिष्ठानों को भी आग के हवाले कर दिया गया, जिसमें ‘श्रीहरि हिन्दू होटल’ भी शामिल है। जलांगी में प्रखंड मुख्यालय में भी तोड़फोड़ मचाई गई। सरकारी दफ़्तरों को भी नहीं छोड़ा गया। बंगाल भाजपा के नेता दिलीप घोष ने कहा है कि मुर्शिदाबाद, मालदा, दिनाजपुर, नादिया, वीरभूम और हावड़ा से हिन्दुओं को साफ करने की साजिश है।