
वाराणसी। विश्व सुंदरी पुल के पास से पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार दोनों बदमाशों की दोस्ती जिला जेल में तीन साल पहले हुई थी। मुगलसराय और मदरवा इलाके में घर होने के बावजूद दोनों बदमाश शहर के अलग-अलग इलाकों की मलिन बस्तियों में किराये पर कमरा लेते थे। इलाके की वृद्ध महिलाओं की सोने की दो-तीन चेन छीन लेते थे तो दिल्ली या मुंबई भाग जाते थे। फिर डेढ़-दो माह बाद शहर वापस आते थे। यह खुलासा करने के बाद शुक्रवार को रामनगर थाने की पुलिस ने दोनों बदमाशों को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया।
एसीपी कोतवाली प्रज्ञा पाठक ने बताया कि रामनगर थानाध्यक्ष राजू सिंह दरोगा अमीर बहादुर सिंह व आदित्य राय और अन्य पुलिसकर्मियों के साथ बृहस्पतिवार की आधी रात बाद उजाला तिराहे के समीप चेकिंग कर रहे थे। बाइक सवार दो युवक पुलिस की चेकिंग देखकर वापस मुड़ कर भागने लगे। पुलिस ने पीछा किया तो दोनों बाइक की रफ्तार तेज कर विश्व सुंदरी पुल के पास पहुंचे।
पुलिस ने दोनों तरफ से घेरा तो एक बदमाश ने फायरिंग कर दी। घायल बदमाश की पहचान मदरवा के अजय साहनी के रूप में हुई। उसके दोस्त की पहचान भेलूपुर थाने के 25 हजार के इनामी बदमाश और चंदौली के मुगलसराय थाने के करवथ के त्रिभुवन उर्फ गोलू उर्फ पंकज के रूप में हुई। लूट, चोरी सहित अन्य आरोपों में अजय के खिलाफ 12 और त्रिभुवन पर छह मुकदमे दर्ज हैं।