
भिवानी (हरियाणा)। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की 10वीं और 12वीं कक्षा की वार्षिक परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए सख्ती बढ़ाई गई है। प्रदेश में नकल (यूएमसी) के 490 मामले दर्ज किए गए हैं। नकल के आरोपियों पर 68 एफआईआर भी दर्ज करवाई है। बोर्ड परीक्षा के दौरान लापरवाही के आरोप में 67 कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए शिक्षा विभाग को पत्र भेजा गया है।
हरियाणा बोर्ड के चेयरमैन डाॅ. पवन कुमार ने मंगलवार को पत्रकारों को बताया कि 10वीं और 12वीं कक्षा के करीब पांच लाख परीक्षार्थी 1,433 केंद्रों पर परीक्षा दे रहे हैं। इन पर निगरानी के लिए 229 उड़नदस्ते बनाए गए हैं। बोर्ड परिसर से ऑनलाइन माध्यम से भी परीक्षा केंद्रों पर नजर रखी जा रही है। बोर्ड के चेयरमैन डाॅ. पवन ने बताया कि नकल के रोजाना 8-9 केस आ रहे हैं जबकि शुरुआत में यह आंकड़ा रोज 35-36 तक था। उन्होंने बताया कि नकल के अधिक मामले मिलने पर कई केंद्रों पर परीक्षा रद्द की गई थी।
मुख्य परीक्षा खत्म होने के तुरंत बाद संबंधित केंद्रों पर पुन: परीक्षा आयोजित की जाएगी। इसके साथ ही स्पोर्ट्स कोटा और मेडिकल के आधार पर परीक्षा न दे पाने वाले छात्रों की भी परीक्षाएं होंगी। भिवानी शिक्षा बोर्ड से संबद्ध विद्यालयों में मंगलवार को 12वीं कक्षा में समाजशास्त्र और उद्यमशीलता एवं डीएलएड की भाषा प्रवीणता विषय की परीक्षा हुई। इनमें 13,114 परीक्षार्थी शामिल हुए। इसमें नकल का कोई मामला दर्ज नहीं हुआ। इस परीक्षा में बुधवार को 63,429 परीक्षार्थी शामिल होंगे।