
कानपुर। कानपुर में साइबर अपराधियों के ब्लैकमेल करने और रिश्तेदारों को आपत्तिजनक वीडियो भेजने पर बीपीएड छात्रा के सुसाइड के मामले में एक चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। पुलिस जिस मोबाइल के जरिए आरोपियों तक पहुंचने के फिराक में थी, वह मोबाइल ही गायब है। पिता ने पुलिस को उसके गायब होने की जानकारी दी है। इसके चलते पुलिस की जांच कुछ समय के लिए धीमी हो गई है। अब पुलिस छात्रा के मोबाइल व छात्रा के दोनों नंबरों की सीडीआर निकलवा रही है।
सीएसजेएम विश्वविद्यालय में बीपीएड कर रही छात्रा ने कल्याणपुर पुलिस को तहरीर दी थी। आरोप लगाया था कि जानने वाले कुछ लोग उसकी अश्लील फोटो और वीडियो को एडिट करके पिता को भेज रहे हैं। इन फोटो और वीडियो को वायरल न करने के एवज में उन लोगों ने पिता से पांच लाख रुपये मांगे हैं। पुलिस को तहरीर देने के बाद छात्रा ने काकादेव स्थित घर में फंदा लगाकर जान दे दी थी। उसकी मौत के बाद सक्रिय हुई पुलिस ने रिषभ और गोविंद फुटबाल नाम के युवकों की तलाश शुरू कर दी है।
छात्रा ने तहरीर में दो मोबाइल नंबरों का भी जिक्र किया था जिसकी सीडीआर पुलिस ने निकाल ली है। पुलिस ने छात्रा के पिता से उसका मोबाइल मांगा जिस पर पिता ने मोबाइल गुम हो जाने की बात बताई है। पिता के अलग-अलग बात कहने की वजह से पुलिस भी घटना के पीछे बताए जा रहे कारणों को लेकर सशंकित है। एसीपी अभिषेक पांडेय ने बताया कि जब पिता से मोबाइल गुम होने के बाबत पूछा गया तो उन्होंने बताया कि बेटी लगातार कह रही थी कि उसे फोन आ रहे हैं। इस पर सिम तोड़ देने की बात पिता द्वारा कही गई थी। छात्रा ने सिम हटा दिया था। छात्रा की मौत के बाद उसका मोबाइल नहीं मिला।
एसीपी ने बताया कि मृतका ने पुलिस को बताया था कि अश्लील वीडियो और फुटेज भेजने वाला युवक पहचान का है। ऐसे में साइबर अपराध की संभावना की बजाय ब्लैकमेलिंग की संभावना अधिक लगती है। पुलिस के मुताबिक वह इस घटना के खुलासे के काफी करीब है। पिता से कुछ सवाल पूछे गए हैं, जिनके सही जवाब आते ही घटना का राजफाश हो जाएगा।