बदायूं। बदायूं में बिल्सी से भाजपा विधायक समेत तीन लोगों के खिलाफ दुष्कर्म के मामले में मंगलवार को नया मोड़ सामने आया। पीड़िता ने एसएसपी को शिकायती पत्र देकर कहा कि वह सोमवार को बयान देने पहुंचीं तो यहां प्रभारी निरीक्षक ने उससे अश्लील सवाल किए। इस घटनाक्रम को एक्स पर पोस्ट करते हुए सपा सांसद डिंपल यादव ने शर्मनाक बताया है। सिविल लाइंस क्षेत्र के एक युवक का बिल्सी के भाजपा विधायक हरीश शाक्य, उनके भाई, बरेली के व्यापारी आनंद प्रकाश अग्रवाल समेत अन्य लोगों से दो वर्ष पहले से जमीन को लेकर विवाद चल रहा है।
पीड़ित का आरोप है कि विधायक ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसकी पत्नी से दुष्कर्म किया। इस मामले में कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है। पीड़िता ने बताया कि सोमवार को वह सिविल लाइंस थाने में बयान देने गई। यहां प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार ने उससे अश्लील सवाल किए। जब उसने जवाब देने से मना किया तो उसे जेल भेजने की धमकी दी। इसके बाद पीड़िता थाने से यह कहते हुए वापस आ गईं कि वह अब अधिवक्ता के सामने बयान दर्ज कराएंगी।
मंगलवार को दुष्कर्म पीड़िता ने एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह को शिकायती पत्र देकर पूरे मामले की जानकारी दी। एसएसपी ने दुष्कर्म पीड़िता के बयान दर्ज करने के लिए अब महिला इंस्पेक्टर को नियुक्त किया है। एसएसपी डॉ. बृजेश सिंह ने बताया कि मामले की जांच सीओ सिटी कर रहे हैं। पीड़िता का कहना है कि जब थाने पहुंची तो उसे महिला इंस्पेक्टर नहीं मिलीं। अब वह शहर छोड़कर गांव में चले गए हैं, उनपर लगातार दबाव बनाया जा रहा है।
पीड़िता ने लगाए ये आरोप
पीड़ित महिला के मुताबिक एसओ मनोज कुमार ने उसे बुलाया, लेकिन न बयान लिए और न ही मेडिकल कराया। अश्लील सवाल पूछने लगे। जबकि महिला सिपाही ने कहा कि वह बयान ले लेगी, लेकिन एसओ उसे नकार दिया। पीड़िता से गलत शब्दों का प्रयोग किया। किस तरह के कपड़े पहने थे… इस तरह के सवाल करने लगे। जेल भेजने की धमकी दी। इंस्पेक्टर ने कहा कि यह केस मेरे पास है। मैं ही चार्जशीट लगाऊंगा।