कानपुर। कानपुर में पुलिस कमिश्नर ऑफिस के बाहर शुक्रवार को एक युवती जमीन पर बैठ गई। चिल्लाते हुए बोली जब तक मुझे इंसाफ नहीं मिलेगा, यहीं बैठूंगी। युवती के हंगामा करने पर एडीसीपी महिला अपराध अमिता सिंह पहुंची, तो युवती रोते हुए उनके पैरों में गिर पड़ी बोली अगर मुझे इंसाफ नहीं मिला, तो यहीं जान दे दूंगी। पनकी थाने में तैनात सिपाही ने शादी का झांसा देकर दुष्कर्म और फिर गर्भपात कराया। इसके बाद शादी से मुकर गया।
सिपाही के खिलाफ तहरीर दी तो मुकदमें से बचने को शादी करके तीन महीने अपने साथ रखा और फिर अब घर से भगा दिया। मामले का संज्ञान लेकर एडीसीपी ने पनकी थानाध्यक्ष को एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। कल्याणपुर के बारासिरोही वकील नगर में रहने वाली युवती ने बताया कि कौशांबी जिले के सिराथू थानाक्षेत्र के डोलची डोरमा निवासी अभिषेक कुमार मौर्या यूपी पुलिस में सिपाही है। मौजूदा समय में वह पनकी थाने में तैनात है।
युवती के मुताबिक, वर्ष 2022 में उसकी मुलाकात सिपाही अभिषेक से हुई थी। इसके बाद सिपाही ने उसे शादी का झांसा देकर अपने प्रेमजाल में फंसाया और फिर संबंध बनाकर उसे गर्भवती कर दिया। फिर जबरन गर्भपात कराया और बाद में शादी से मुकर गया। युवती ने बताया कि उसने सिपाही के खिलाफ दुष्कर्म और फिर गर्भपात कराने की तहरीर दी, तो मुकदमे से बचने के लिए 5 अप्रैल 2023 को आर्य समाज मंदिर में शादी की और कोर्ट में रजिस्ट्रेशन भी कराया।
इसके बाद अपने साथ तीन महीने अयोध्या में तैनाती के दौरान रखा। इसके बाद मारपीट करके घर से भगा दिया। युवती का आरोप है कि सिपाही ने धमकाते हुए कहा कि दुष्कर्म के मुकदमे से बचने के लिए मजबूरी में शादी की है। अब वह उसके साथ नहीं रहेगा। युवती ने पुलिस कमिश्नरेट में शिकायत की, तो आरोपी सिपाही के खिलाफ पनकी थाने में मारपीट, गर्भपात कराने समेत अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज की। आरोप है कि उसी थाने में तैनाती के चलते साठगांठ से गर्भपात जैसी गंभीर धाराओं में उसे राहत दे दी गई और गिरफ्तारी नहीं की गई।
इसके बाद तीन महीने से पनकी थाने से डीसीपी और पुलिस कमिश्नर दफ्तर के चक्कर काट रही थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इसके चलते शुक्रवार को वह पुलिस कमिश्नर दफ्तर के बाहर बैठ गई। एडीसीपी महिला अपराध अमिता सिंह उसे समझाने पहुंची तो हाथ जोड़ते हुए उनके पैरों में गिर पड़ी। इसके बाद एडीसीपी ने उसे अपने दफ्तर में बैठा कर बात की और सिपाही पर कार्रवाई का भरोसा दिया। तब वह शांत हुई।
जिस दौरान युवती अपनी बहन के साथ पुलिस ऑफिस पहुंची थी। उसी दौरान आरोपी सिपाही अभिषेक भी वहां पहुंचा। सिपाही की बाइक देख युवती भड़क गई। सिपाही की बाइक से सटाकर अपनी स्कूटी खड़ी कर दी और निगरानी के लिए बहन को बैठा दिया, ताकि सिपाही स्कूटी न ले जा सके। पुलिस ने आरोपी सिपाही के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा मिलने पर युवती अपनी बहन के साथ स्कूटी लेकर वहां से चली गई।