झारखंड। झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले में महिला ने 7 माह नवजात बेटी को नदी में फेंक दिया। इससे मासूम की मौत हो गई। झारखंड पुलिस ने आरोपी मां को गिरफ्तार कर बच्ची का शव बरामद कर लिया है। पूरा मामला पूर्वी सिंहभूम के जादूगोड़ा थाना क्षेत्र के दुर्कू गांव का है। पुलिस उपाधीक्षक (मुसाबनी) संदीप भगत के मुताबिक शनिवार रात को आरोपी महिला की पति के साथ साथ झगड़ा गया। इससे नाराज होकर महिला ने गुस्से में आकर रविवार को अपनी नवजात बेटी को नदीं में फेंक दिया। इससे मासूम की मौत हो गई।
पुलिस के मिली जानकारी के मुताबिक पूर्वी सिंहभूम के दुडकू गांव के रहने वाले सुकुमार आचार्य की पत्नी सुप्रिया आचार्य रविवार सुबह नहाने गुड़रा नदी में नहाने गई थीष इस दौरान उसने अपनी बेटी को नदी में फेंक दिया और घर आ गई। जब उसके पति ने उससे पूछताछ की तो वह बच्ची को नदीं में फेंक आई हैष इसके बाद परिवार के सदस्य समेत ग्रामीण आक्रोशित हो गए और महिला की पिटाई कर दी।
घटना की सूचना मिलने पर जादूगोड़ा थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और महिला को अपने कब्जे में ले लिया। उसकी निशानदेही पर 7 माह की बच्ची का शव बरामद कर लिया है। इस पूरे मामले पर थाना प्रभारी ने बताया कि दुडकू गांव की रहने वाली सुप्रिया आचार्य ने अपनी 7 माह की बच्ची को नदी में फेंक दिया था। इससे उसकी मौत हो चुकी है। पूछताछ में महिला ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया है।
पुलिस की पूछताछ में आरोपी महिला ने बताया कि अक्सर उनका पति घर में उसके साथ गाली-गलौज, झगड़ा करता रहता था। शनिवार की रात भी किसी बात को लेकर पति के साथ विवाद हुआ। इसके बाद गुस्से में आकर रविवार को उसने अपनी बच्ची को गुड़रा नदी में फेंक दिया। पुलिस ने धारा 103(1)/238 बीएनएस के तहत सुप्रिया आचार्य के ऊपर मामला दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।
बता दें कि मां के हाथों बच्चे की हत्या अपने आप में हैरान करती है। इसी साल ऐसा एक अन्य मामला सामने आया था। यहां हरियाणा के गुरुग्राम में एक महिला ने अपने 8 साल के बेटे की गला घोंटकर हत्या कर दी थी। पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में संदेह है कि महिला के किसी से अवैध संबंध थे, इस बात की जानकारी बेटे को हो गई थी। महिला को डर था कि बच्चा कहीं परिजन को इसके बारे में ना बता दे। लिहाजा उसने प्लान के तहत बच्चे की जान ले ली।