गुजरात के सूरत में तीन नाबालिग लड़कियों की मौत का ऐसा मामला सामने आया है जिसने लोगों को हैरान कर दिया है. सूरत के औद्योगिक क्षेत्र में शुक्रवार शाम कचरे की आग से उठे जहरीले धुएं के कारण तीन बच्चियों की मौत हो गई. पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी.
मृतकों में दुर्गा महंतो (12), अमिता महंतो (14) और अनीता महंतो (8) शामिल हैं. पुलिस के अनुसार, यह घटना तब हुई जब ये बच्चियां एक अन्य लड़की के साथ ठंड से बचने के लिए जलती कचरे के पास आग सेंकने पहुंच गईं.
पुलिस अधिकारी जे.आर. चौधरी ने बताया, ‘आग के पास बैठी बच्चियों को अचानक उल्टियां होने लगीं और वे बेहोश हो गईं, उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां तीनों की मौत हो गईं.’
जहरीली गैस से हुई सभी की मौत
एकमात्र बची हुई लड़की ने पुलिस को बताया कि जहरीली गैस के कारण तीनों बच्चियों की मौत हुई है. हालांकि, मौत का सटीक कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक जांच के बाद ही साफ हो पाएगा.
सूरत सिविल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. केतन नाइक ने कहा कि ऐसा लगता है कि बच्चियों ने कुछ ऐसा जलाया होगा, जिससे जहरीला धुआं निकला और उनकी तबीयत खराब हो गई. उन्होंने कहा, ‘पोस्टमार्टम और फॉरेंसिक जांच के बाद ही स्थिति पूरी तरह से साफ हो पाएगी.’
इस घटना ने औद्योगिक क्षेत्रों में खुले में कचरा जलाने के खतरों को उजागर कर दिया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आग में जलने वाले कचरे में कौन से रसायन मौजूद थे.