लालकुआं। हल्द्वानी शहर के रामपुर रोड के वार्ड 17 में अपने घर से निकलकर यहांं एक होटल आकर रुकी याशिका पाहवा (30) का बुधवार सुबह शव मिला। प्रारंभिक जांच में इतना तो स्पष्ट है कि मामला हत्या का नहीं है। अगर खुदकुशी की है तो कैसे, इसका विसरा जांच से ही पता चलेगा। एक निजी कंपनी में काम करने वाली याशिका घर पर बिना कुछ बताए सोमवार सुबह घर से स्कूटी से गई थी। इसके बाद लापता होने पर युवती को परिजन तलाश रहे थे। पुलिस के साथ ही विधायक सुमित हृदयेश से भी मिले।
विधायक के कहने पर हल्द्वानी पुलिस याशिका के मोबाइल फोन की लोकेशन पता लगाने के बाद परिवार वालों को साथ लेकर बुधवार सुबह ही होटल पहुंची। उस वक्त होटलकर्मी कमरे का दरवाजा खुलवाने का प्रयास कर ही रह थे। जब दरवाजा तोड़ा गया तो अंदर शव मिला। छानबीन में होटलकर्मियों ने पुलिस को बताया कि याशिका ने मंगलवार सुबह 11:45 कमरा बुक कराया। युवती ने होटल के कर्मियों को बताया कि उसका व्रत है, इसलिए वह आराम करना चाहती हैं।
बुधवार सुबह दिल्ली जाने की बात कहते हुए युवती ने डिस्टर्ब न करने के लिए कह दिया था। बुधवार सुबह होटलकर्मी चाय देने पहुंचा तो काफी खटखटाने पर भी दरवाजा नहीं खोला गया। तोड़ने से पहले ही हल्द्वानी पुलिस और युवती के भाई-भाभी समेत कई परिजन वहां पहुंच गए। शव मिलने पर लालकुआं कोतवाल डीआर वर्मा और फोरेंसिक टीम के सदस्यों ने मौके पर पहुंचकर सुराग जुटाए। स्कूटी होटल की पार्किंग में ही खड़ी मिली। डिकी की तलाशी में कुछ कागजात और दस हजार रुपए मिले।
पोस्टमार्टम में मौत का कारण स्पष्ट न होने पर जांच के लिए विसरा सुरक्षित कर लिया गया है। पुलिस ने युवती को ढूंढने में तेजी दिखाई होती तो युवती की जान बच सकती थी। घर से निकलने के बाद युवती कभी-कभी ही मोबाइल फोन खोल रही थी। मंगलवार को कुछ देर के लिए मोबाइल ऑन हुआ तो पुलिस को उसकी लोकेशन लालकुआं क्षेत्र में मिली। परिजनों का कहना है कि लोकेशन पता चलने के बावजूद पुलिस ने लालकुआं क्षेत्र में गिने-चुने होटलों में झांका ही नहीं।
अगर पुलिस इन होटलों की जांच करती तो युवती को जिंदा बरामद किया जा सकता था। पुलिस सूत्रों के अनुसार युवती मां की सेवा के कारण अपनी शादी नहीं करना चाहती थी। वहीं परिजन उसकी शादी करना चाहते थे। इस कारण वह अवसाद में चल रही थी। अब पुलिस सभी एंगल से जांच कर रही है।