नवरात्रि के 9 दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरुपों की पूजा की जाती है। खासतौर पर अष्टमी और नवमी के दिन कन्या पूजन किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस अनुष्ठान को करने से सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं और घर में समृद्धि आती है। कन्या पूजा को देवी दुर्गा का स्वरूप माना जाता है। अष्टमी या नवमी के दिन पूजा करने के बाद कन्या को उपहार और दान देने से देवी दुर्गा प्रसन्न होती हैं। ज्योतिष के अनुसार, अष्टमी और नवमी के दिन विशेष रूप से पवित्र माना जाता है।
ऐसा इसलिए क्योंकि इन दिनों कन्या पूजन, व्रत और हवन करने की परंपरा है। ऐसे में कुछ लोग नवरात्रि के दौरान कन्या पूजन तो करते हैं, लेकिन दक्षिणा नहीं चढ़ाते। यदि आप दक्षिणा नहीं देते तो अनुष्ठान अधूरा रहता है। आइए जानते हैं 3 वस्तुओं को जिन्हें आप कन्या पूजा के बाद कंजक को दक्षिणा के रूप में अर्पित कर सकते है।
अष्टमी या नवमी के दौरान कन्या पूजा की सभी अनुष्ठान करने बाद, आप कंजक को लाल रंग के कपड़े उपहार के तौर पर दे सकते हैं। आप लहंगा या सूट जैसे कपड़े ऑफर कर सकते हैं। इसके साथ ही आप चुन्नी या स्कार्फ जरुर दे सकते हैं। इसे देना शुभ माना जाता है।
अगर आप कन्या को साज-सज्जा की वस्तुएं दान में देती तो इसे काफी शुभ माना जाता है। आप माता रानी का श्रृंगार भी कन्या को अर्पित कर सकती है। ऐसा करने से घर में आपके सुख और समृद्धि आती है। पूजा पूरी होने के बाद कन्या के पैर छूकर आशीर्वाद लें और फिर दक्षिणा अर्पित करें। इन अनुष्ठानों को किए बिना पूजा अधूरी रहती है।