नैनीताल। कुमाऊं विश्वविद्यालय की लापरवाही कार्यप्रणाली से छात्र-छात्राएं परेशान हैं। इस बार एमबीपीजी कॉलेज के बीए तृतीय वर्ष के एक छात्र को परीक्षा देने के बाद भी अनुपस्थित दिखा दिया। छात्र की शिकायत के बाद जब महाविद्यालय ने अंकपत्र संशोधन के लिए भेजा गया तो उसे द्वितीय श्रेणी में पास कर दिया। वहीं, अन्य छात्र-छात्राओं ने कुमाऊं विश्वविद्यालय पर गलत मूल्यांकन कर फेल करने का आरोप लगाया था। छात्रों के आरोप के बाद सबके अंक प्रमाणपत्र संशोधन के लिए भेजे गए थे लेकिन तीसरी बार में उसे फेल कर दिया।
काशीपुर निवासी बीए तृतीय वर्ष के छात्र राहुल कुमार ने बताया कि उनके बीए तृतीय वर्ष के समाजशासत्र के पहले पेपर में चार नंबर और दूसरे पेपर में अनुपस्थित दिखा दिया। कहा कि वह परीक्षा में उपस्थित था। इसके बाद उन्होंने जब कॉलेज प्रबंधन को इसकी शिकायत की तो उनके परीक्षाफल में संशोधन कर 1500 में 770 नंबर दे दिए। जब तीसरी बार महाविद्यालय प्रशासन ने सभी छात्र-छात्राओं के अंकपत्र संशोधन के लिए भेजे गए तो उन्हें फेल दिखा दिया। बृहस्पतिवार को महाविद्यालय प्रशासन को जब छात्र ने ये समस्या बताई तो छात्र के अंक पत्र में कुमाऊं विश्वविद्यालय ने ऑनलाइन सुधार कर दिया है।
एमबीपीजी कॉलेज के छात्र राहुल कुमार अंकपत्र में गड़बड़ी होने के कारण एसएससी सीजीएल और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के फार्म नहीं भर पाए। कहा कि इस तरह छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना गलत है।
छात्र के अंकपत्र में तीन बार गड़बड़ी हुई थी जिसे विवि को बता दिया है। विवि ने छात्र के अंकपत्र में ऑनलाइन सुधार कर दिया है।
-डॉ. एनएस बनकोटी, प्राचार्य एमबीपीजी कॉलेज।
राहुल कुमार की बात सुनकर सभी हैरान