लखनऊ। रहीमाबाद में पड़ोसी परिवार की दुष्कर्म के झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी से आहत इंजीनियर से सोमवार सुबह फांसी लगा ली। घटना की जानकारी पिता ने पुलिस को दी। पिता ने बेटे को प्रताड़ित करने की बात कहते हुए पड़ोसी परिवार के खिलाफ तहरीर दी है। पुलिस ने आठ लोगों पर एफआईआर दर्ज की है।
गोसवा निवासी वैभव अवस्थी (28) ब्राड बैंड इंजीनियर थे। पिता समीर उर्फ बाबू के मुताबिक पड़ोसी सुनील से उनकी पुरानी रंजिश थी। इसके चलते बीते रविवार को सुनील व उसके परिवार के पप्पू, गप्पू, मनोज, अटल, राधा, दीपाली व गुड्डन घर के बाहर धारदार हथियार के साथ आ धमके थे। आरोपियों ने गाली-गलौज व घर पर पथराव भी किया था।
बेटे वैभव ने जब विरोध किया तो आरोपियों ने उसे दौड़ा लिया। किसी तरह से बेटे ने घर में घुस कर जान बचाई थी। समीर ने बताया कि सोमवार सुबह पूरा परिवार बाग गया हुआ था। घर पर अकेले वैभव था। साढ़े दस बजे समीर जब घर आए तो उनके होश उड़ गए। उन्होंने देखा कि कमरे में पंखे के हुक से रस्सी के सहारे वैभव का शव लटका हुआ था। समीर की चीख सुनी और अन्य परिजन भी वहां पहुंच गए। ग्राम प्रधान की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
वैभव के परिवार में पत्नी आरती, आठ माह की बेटी वन्या, मां मीना, भाई तुषार, बहन श्वेता व गौरी हैं। वैभव को फंदे से झूलता देख पत्नी बेसुध हो गई। वहीं, मां मीना व परिवार के अन्य लोगों को रो-रोकर बुरा हाल है।
पिता समीर के मुताबिक आरोपी सुनील व उसका परिवार कई महीनों से बेटे को दुष्कर्म के झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दे रहा था। आरोपियों ने शनिवार को भी गाली-गलौज व मारपीट की थी। इसके बाद रविवार सुबह बेटे वैभव से थाने जा कर उसके खिलाफ दुष्कर्म का झूठा मुकदमा लिखाने की बात कही थी। इस बात से आहत होकर बेटे ने आत्महत्या की है। एसओ अनुभव सिंह के मुताबिक पीड़ित परिवार ने रात को मारपीट की सूचना पुलिस को नहीं दी थी। फिलहाल सुनील, पप्पू, गप्पू, मनोज, अटल, राधा, दीपाली व गुड्डन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।