दस में से कम से कम एक व्यक्ति को अपने पूरे जीवन में कभी न कभी डिप्रेशन होता है। एक रिसर्च के मुताबिक चार में से एक व्यक्ति को यह मानसिक परेशानी होती है। बता दें कि डिप्रेशन को डिवोर्स, कर्ज और डायबिटीज से ज्यादा बदतर माना जाता है। बताया जाता है कि सात ऑस्ट्रेलियाई लोगों में से एक व्यक्ति को डिप्रेशन की दवा लेनी पड़ती है। मनोवैज्ञानिकों की मानें, तो विकसित देशों में डिप्रेशन से पीड़ित सिर्फ आधे लोगों को इलाज मिल पाता है।
नए शोध से प्राप्त जानकारी के मुताबिक डिप्रेशन और थेरेपी से निपटने के लिए मेडिसन के साथ कसरत पर भी विचार किया जाता है। डिप्रेशन के इलाज में थेरेपी बेहद कारगर साबित हो सकती है। लेकिन मायने यह रखता है कि आप किस तरह से व्यायाम करते हैं और कैसे करते हैं। दौड़ना, टहलना, वजन उठाना और डांस जैसे उपायों से डिप्रेशन को कम करने के लिए 218 ट्रायल करा गया। बता दें कि 14,170 लोगों पर किए गए शोध में पाया गया कि दौड़ना, टहलना, योग, स्ट्रैंथ ट्रेनिंग और एरोबिक्स एक्सरसाइज डिप्रेशन से निपटने का कारगर उपाय है।
डिप्रेशन से निपटने के उपाय
- रनिंग, वॉकिंग और एक्सरसाइज डिप्रेशन से निपटने में सहायक है।
- डिप्रेशन में योग और मिक्स एरोबिक एक्सरसाइज काफी प्रभावी माना जाता है।
- डांस भी डिप्रेशन से निपटने में भी कारगर माना गया है।
- हांलाकि कोई भी एक्सरसाइज करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
- दिल संबंधी बीमारियों का कम होगा खतरा
- कैलोरी बर्न करने और फैट कम करने में एक्सरसाइज मददगार होती है।
- एंटी डिप्रेशन दवा से ज्यादा बेहतर एक्सरसाइज होती है।
- वहीं एक्सरसाइज करने से हार्ट संबंधी बीमारियों का खतरा भी कम होता है।
- यदि आप रोजाना 5 मिनट दौड़ते हैं, तो व्यक्ति पूरा दिन एक्टिव बना रहता है।
रिलीज होता है गुड हार्मोन
- बता दें कि शवासन, उत्तानपादासन, पवनमुक्तासन, वक्रासन और सूर्य नमस्कार करने से डिप्रेशन की समस्या कम होती है।
- एक्सरसाइज एंटीडिपेंटेंट्स हैं। इससे अच्छी नींद और तनाव कम होता है।
- रनिंग करने से हार्मोन गुड न्यूरोट्रांसमीटर, नॉरपेनेफ्राइन और सेरोटोनिन में बदलाव होता है।