फतेहपुर। फतेहपुर जिले के सुल्तानपुर घोष थाना क्षेत्र में दो दिन पहले लापता युवक का सिर कटा शव जंगल की झाड़ियों के बीच मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस और फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्रित किए। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है। सुल्तानपुर घोष थाना क्षेत्र के इब्राहिमपुर निवासी बच्चीलाल पटेल मजदूरी करते हैं। एक हफ्ते पहले उनका छोटा बेटा नरेंद्र उर्फ छोटू (19) गुजरात से लौटा था। वह गुजरात की एक फैक्टरी में नौकरी करता था। रविवार रात वह खाना खाकर घर की छत पर मोबाइल पर किसी से बात कर रहा था।
रात करीब 10 बजे घर से बिना बताए कहीं चला गया। सोमवार को परिजनों ने खोजबीन की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। शाम को परिजनों ने पुलिस को तहरीर देकर गुमशुदगी दर्ज कराई। मंगलवार सुबह ग्रामीणों ने सूचना दी कि पड़ोस के गांव सेमौरी स्थित महन्ना ऊसर जंगल की झाड़ियों के बीच एक युवक का शव पड़ा है। परिजन पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे और शव की शिनाख्त नरेंद्र के रूप की। मौके पर सैकड़ों ग्रामीणों की भीड़ लग गई। शव का धड़ गायब है, सीने में चोट के कई निशान हैं और दोनों हाथ भी कटे हुए हैं। सूचना पर पहुंचे एसपी उदयशंकर सिंह ने बताया कि घटना के खुलासे के लिए पांच टीमें लगा दी गई हैं।
घटनास्थल से पुलिस को कोई साक्ष्य नहीं मिला। युवक का मोबाइल भी गायब है। हालांकि सर्विलांस की मदद से फोन की कॉल डिटेल और लोकेशन खंगाली जा रही है। घटना के बाद से मां कमला देवी, बड़े भाई जितेंद्र, धर्मेंद्र, बहन उमा और सूरजकली का हाल-बेहाल है। भाई ने बताया कि युवक अविवाहित था। मृतक के गले पर एक टैटू बना है। शव से सिर कटा होने पर परिजनों ने टैटू से उसकी शिनाख्त की। निर्मम हत्या होने से परिजन बेसुध हैं। मृतक के भाई ने बताया कि उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है। हत्या के बारे में वह भी कुछ नहीं कह पा रहे हैं।
ऐसी निर्ममता से हत्या किसी बड़ी वजह से ही की जा सकती है। पुलिस की जांच भी प्रेम प्रसंग या रंजिश को जोड़कर आगे बढ़ रही है। ग्रामीण भी कहीं न कहीं दबे स्वर में यही बात दोहरा रहे हैं। हालांकि मृतक के भाई ने बताया कि पिछले साल दीपावली के बाद थाना क्षेत्र के घूस गांव में लगे मेले में भाई का कुछ लड़कों से विवाद हुआ था।
पिछले दिनों सूचना मिली थी कि उन लड़कों ने भाई को जान से मारने की धमकी दी है, लेकिन यह बात पुलिस के गले के नीचे नहीं उतर रही। इब्राहिमपुर गांव में ही मृतक की नानी का घर है। उसके भाई का कहना है कि किसी ने नरेंद्र को फोन कर घर के बाहर बुलाया और उसके बाद हत्या कर शव को झाड़ियों में फेंक दिया।
मृतक का परिवार मूल रूप से किशनपुर थाना क्षेत्र के पहोरा गांव का रहने वाला है। लेकिन वर्ष 2012 में उन लोगों ने इब्राहिमपुर में घर बना लिया और तब से वहीं रह रहे हैं। उसके बड़े भाई भी मजदूरी करते हैं। शव देख कर आशंका जताई जा रही है कि किसी ने धारदार हथियार से उसकी निर्मम हत्या की है। मृतक का कटा सिर पुलिस खोज रही है।