देहरादून। लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस से पूर्व सीएम हरीश रावत और उनके पुत्र वीरेंद्र रावत ने हरिद्वार सीट पर अपनी दावेदारी पेश की है। उधर, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ लोकसभा सीट से मैदान में उतरने से हाथ खड़े कर दिए हैं। पांचों लोकसभा सीटों पर 35 दावेदारों के नामों पर शनिवार को दिल्ली में हुई कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में चर्चा हुई।
हरिद्वार लोकसभा सीट से हरीश रावत 2009 में सांसद रह चुके हैं। इसके बाद लगातार दो बार से भाजपा इस सीट पर अजेय रही है। हरिद्वार से टिकट को लेकर ना-ना करते हुए हरीश रावत की इस सीट पर दावेदारी चौंकाने वाली है। बेटे वीरेंद्र रावत ने भी पिता के साथ इस सीट पर दावेदारी पेश की है।
वहीं सूत्रों के मुताबिक, अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ सीट पर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य को प्रबल दावेदार माना जा रहा था, लेकिन उन्होंने चुनाव लड़ने से हाथ खड़े कर दिए हैं। बताया जा रहा कि ऐसा उन्होंने इस लोकसभा का बड़ा दायरा होने के साथ ही यहां लंबे समय से सक्रिय न होने के आधार पर किया है।
वहीं, पार्टी टिहरी में प्रीतम सिंह, पौड़ी में गणेश गोदियाल, नैनीताल लोकसभा सीट पर करन माहरा को भी मैदान में उतारने पर विचार कर रही है। शनिवार को दिल्ली में कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक भगत चरण दास की अध्यक्षता में हुई, जिसमें प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा, सदस्य यशोमती ठाकुर, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के बीच 35 दावेदारों पर चर्चा हुईं।
बातचीत के दौरान हर लोकसभा सीट के समीकरणों, टक्कर देने वाले उम्मीदवार, स्थानीय मुद्दों और हालात पर चर्चा की गई। उधर, संगठन स्तर पर सभी सीटों पर दावेदारों के लिए सर्वे कराया जा रहा है। सर्वे पूरा होने के बाद जल्द ही स्क्रीनिंग समिति की दूसरी बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें से हर लोकसभा के लिए दावेदारों के तीन से पांच नामों का पैनल तैयार करके केंद्रीय चुनाव समिति को भेजा जाएगा।