खटीमा। भारामल मंदिर के महंत और सेवादार की हत्या के बाद से बंद सुरई ईको टूरिज्म जाेन को वन विभाग ने पर्यटकों के लिए खोल दिया है। हालांकि घायल बाघिन के रेस्क्यू ऑपरेशन क्षेत्र में पर्यटकों की आवाजाही प्रतिबंधित रहेगी।
चार जनवरी की रात भारामल मंदिर में दोहरे हत्याकांड के बाद सुरई ईको टूरिज्म जाेन को बंद कर दिया गया था। 28 जनवरी को हत्याकांड के खुलासे के बाद सुरई रेंज के जंगलों में घायल बाघिन के रेस्क्यू ऑपरेशन के चलते टूरिज्म जोन को बंद ही रखा गया था। काफी प्रयास के बाद भी वन विभाग घायल बाघिन को सुरक्षित रेस्क्यू नहीं कर पाया। अब वन विभाग ने ईको टूरिज्म जोन को खोल दिया है।
वन क्षेत्राधिकारी आरएस मनराल ने बताया कि सवा महीने से बंद सुरई ईको टूरिज्म जोन को पर्यटकों के लिए खोल दिया है। कहा कि जब तक घायल बाघिन को रेस्क्यू नहीं किया जाएगा, तब तक टूरिज्म जाेन स्थित रेस्क्यू ऑपरेशन क्षेत्र में पर्यटकों की आवाजाही बंद रहेगी।
बग्गा के ग्रामीणों ने सुरई रेंज के जंगल से होकर जाने वाले रास्ते को वन विभाग की ओर से बंद करने का विरोध किया है। इस बाबत शनिवार को ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भी शिकायत की थी। वन क्षेत्राधिकारी आरएस मनराल ने कहा कि शीघ्र इस मुद्दे को लेकर बग्गा के ग्रामीणों से वार्ता की जाएगी।