मेरठ। क्या प्रॉपर्टी बेटियों के नाम पर करना गुनाह है? क्या रिश्तों को शर्मसार करने से बचाना गुनाह ह? क्या अपने फैसलों पर अडिग रहना गुनाह है? क्या किसी की मदद करना गुनाह है? शायद हां क्योंकि यह गुनाह नहीं होता तो नोएडा की मिनी को अपनी जान से हाथ नहीं धोना पड़ता। मिनी(20) को जिस तरह मौत मिली उसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता। उसकी हत्या करने वाला कातिल कोई और नहीं बल्कि उसका ही भाई निकला जिसने रक्षाबंधन के दिन कलाई पर राखी बंधवाकर उसे रक्षा का वचन दिया था।
इस हत्या की वारदात को अंजाम देने में भाई की पत्नी और उसका ब्वॉयफ्रेंड भी शामिल था। पुलिस ने जब इस पूरी वारदात का खुलासा किया तो हर कोई हैरान रह गया। आगे विस्तार से पढ़ें इस खौफनाक हत्याकांड की पूरी कहानी। नोएडा के सदरपुर निवासी मिनी करवा चौथ के दिन गायब हो गई थी। उसके चचेरे भाई ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई। वहीं ऑफिस न पहुंचने पर मिनी की सहेली ने परिजनों से पूछा तो उन्होंने गोलमोल जवाब दिया। सहेली ने मिनी की भाभी को फोन लगाया तो उसने बताया कि हम भी उसे ढूंढ रहे थे, मिनी की लाश बागपत में मिली है।
बागपत में सिसाना गांव के श्मशान घाट के समीप गुरुवार की सुबह सूटकेस में बंद कर एक युवती का शव जला दिया गया था। अधजला शव मिलने के बाद चौकीदार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी। एक तरफ पहचान कराना मुश्किल था तो दूसरी ओर पुलिस इसे अज्ञात में मुकदमा दर्ज कर लिया था। वहीं पुलिस प्रेम प्रसंग के एंगल को लेकर हत्या की पड़ताल में जुटी थी। पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही थी कि एक अहम सुराग पुलिस के हाथ लग गया। युवती की लाश को सूटकेस में रखकर जलाने वाले सीसीटीवी में कैद हो गए।
फिर क्या था पुलिस ने अपनी जांच-पड़ताल और तेज कर दी। पुलिस को सीसीटीवी में जो कार दिखी वह हरियाणा के सोनीपत की निकली। पुलिस ने सोनीपत के एक व्यक्ति को हिरासत में ले लिया और उससे पूछताछ की। पूछताछ में इस व्यक्ति ने बताया कि गुड़गांव में काम करने वाला बागपत निवासी पवन कुछ घंटों के लिए किसी जरूरी काम से उसकी कार को मांगकर ले गया था। पूछताछ में यह भी सामने आया कि पवन का नोएडा निवासी एक महिला से प्रेम प्रसंग है, जिसका मायका सोनीपत के इसी गांव में हैं। काफी मशक्कत के बाद आखिरकार पुलिस युवती की पहचान कराने में कामयाब हो गई।
पुलिस पूछताछ में कड़ियां जुड़ चली थीं। नोएडा पुलिस से पूछताछ की गई तो पता चला कि मनीषा नाम की युवती करवा चौथ के दिन से लापता है, चचेरे भाई ने उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई है। पुलिस ने मनीषा के घर पहुंचकर जांच पड़ताल की गई तो सामने आया कि हिरासत में लिया गया व्यक्ति जिस महिला की बात कर रहा था वह मनीषा की भाभी निकली। पुलिस महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो वह अपने बयान बदलती रही। फिर सख्ती से पूछताछ की गई तो वह टूट गई। इसके बाद हत्या की गुत्थी सुलझती चली गई।
पुलिस के सामने महिला ने कबूला कि पति मनीष और ब्वॉयफ्रेंड पवन के साथ मिलकर मनीषा की हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी भाई को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के सामने वारदात को कबूल करते हुए आरोपी महिला और उसके पति ने बताया कि मनीषा ने भाभी और उसके प्रेमी को आपत्तिजनक हालत में देखकर वीडियो बना लिया था। उससे कई बार वीडियो डिलीट करने के लिए कहा लेकिन वह नहीं मान रही थी। इसे लेकर झगड़ा हुआ जिसकी रिपोर्ट नोएडा थाने में दर्ज है। इसके बाद प्रेमी पवन के साथ हत्या की साजिश रची गई, इसके लिए प्रॉपटी को आधार बनाया गया, ताकि पति को भी इसमें शामिल कर लिया जाए।
मनीषा के पिता की कोराना के दौरान मौत हो गई थी। मनीषा और उसके भाई मनीष उर्फ विवेक चौहान के नाम करीब चार करोड़ रुपये की प्रोपर्टी है। उस प्रॉपर्टी को तभी बेचा जा सकता था, जब कागजों पर दोनों के हस्ताक्षर होते। मनीष के बार-बार कहने के बाद भी मनीषा प्रॉपर्टी के कागजों पर हस्ताक्षर नहीं करती थी और प्रॉपर्टी बेचने का विरोध करती थी। इसी लालच में भाई मनीष पत्नी के बुने जाल में फंस गया और अपने ही हाथों अपनी बहन का गला घोट दिया। एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि मनीषा की हत्या करोड़ों रुपये की प्रॉपर्टी के लालच में और अवैध संबंधों के विरोध में की गई थी।
पुलिस के अनुसार हत्यारोपी भाभी शिखा का प्रेमी पवन का मनीषा के घर आना जाना हो गया था। जो शिखा का मौसेरा भाई बनकर उसकी ससुराल में करीब 15 दिन रहा था। मनीषा की हत्या की साजिश रची जाने के बाद पवन ने सोनीपत जिले के भैरा बांकीपुर गांव के एक रिश्तेदार की गाड़ी एक घंटे के लिए मांगी। बताया कि एक घंटा बीतने के बाद भी पवन गाड़ी लेकर नहीं आया और फिर पवन ने फोन बंद कर लिया। बाद में दो नवंबर की सुबह गाड़ी वापस लौटाई।
सिसाना गांव का आरोपी पवन फरार चल रहा था। जिसमें सिसाना गांव में श्मशान घाट के समीप मंगलवार शाम पुलिस की फरार हत्यारोपी पवन के साथ मुठभेड़ हो गई, जिसमें पैर में गोली लगने से पवन घायल हो गया। इसके बाद पुलिस ने पवन को गिरफ्तार कर लिया। बाद में जिला अस्पताल में उपचार कराया। बताया कि मुठभेड़ भी उसी जगह हुई, जहां पर शव जलाया गया था। हालांकि यह भी सवाल उठ रहे हैं कि आखिर पवन उस स्थान पर क्या करने गया जहां शव को जलाया गया था? ये सिर्फ एक सवाल नहीं है बल्कि यह वारदात आपसी रिश्तों की टूटती डोर पर भी सवाल उठाती है।