यमुनानगर। शहर में आत्महत्या के दो अलग-अलग मामले सामने आए हैं। इनमें जहां शहर की जम्मू कॉलोनी में पेट्रोल पंप के सेल्समैन विक्रम ने जहरीला पदार्थ निगल कर जान दी, वहीं लाजपत नगर में चार माह की गर्भवती विवाहिता आशा ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। आशा की नौ माह पहले ही शादी हुई थी। बरहाल पुलिस ने दोनों मामलों में शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों के हवाले कर दिया है। लेकिन मृतक विक्रम के परिजनों को उसके मोबाइल में रिकार्डिंग मिली है जिसमें क्रेडिट कार्ड का बिल न भरने की वजह से उसे बैंक कर्मी धमका रही है। परिजनों का आरोप है कि इसी परेशानी में विक्रम ने जहरीला पदार्थ निगलकर आत्महत्या की है। वहीं मृतक आशा के परिजनों ने उसके ससुराल वालों पर दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाया है।
जम्मू कॉलोनी में पेट्रोल पंप के सेल्समैन 41 वर्षीय विक्रम की जहरीला पदार्थ निगलने से मौत हो गई। मृतक विक्रम के बेटे विशाल ने बताया कि उसके पिता विक्रम पेट्रोल पंप पर सेल्समैन का कार्य करते थे। रोज की तरह शाम को वह घर पर आए थे। उस समय घर पर कोई नहीं था। इसी दौरान उन्होंने जहरीला पदार्थ निगल लिया। आसपास के लोगों ने उनकी हालत बिगड़ती देखी तो ट्रामा सेंटर में दाखिल कराया। वह भी परिजनों ने उसे अस्पताल में पहुंचाया, जहां हालत अधिक गंभीर होने पर उसे पीजीआई के लिए रेफर किया गया। परिजन जब उसे पीजीआई ले जा रहे थे तो रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया।
विशाल का आरोप है कि कुछ दिन पहले उनके पिता विक्रम को हार्ट अटैक आ गया था। उन्होंने उनका इलाज कराया था तो क्रेडिट कार्ड से लगभग 25 हजार रुपये का लोन लिया। यह रुपये वह जमा नहीं कर पा रहे थे। बैंक कर्मी भी उन पर दबाव बना रहे थे। जिस वजह से उसके पिता परेशान थे और इसी परेशानी में उन्होंने जहर खा लिया। गांधीनगर थाना प्रभारी महरूफ अली का कहना है कि मृतक के शव का पोस्टमार्टम करा दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
लाजपतनगर 30 वर्षीय आशा का शव कमरे में फंदे पर लटका हुआ मिला। इसका पता उस समय लगा जब पति विनय घर पर आया। वह इंटरव्यू देने के लिए बाहर गया हुआ था। मृतका के मायके वालों ने पति व सास पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने मृतका के पिता बनवारी लाल की शिकायत पर पति व सास पर दहेज हत्या का मामला दर्ज किया है। नई दिल्ली के सत्संग विहार निवासी बनवारी लाल के पास तीन बेटियां थी। उन्होंने 15 जनवरी 2023 को विनय से की थी। विनय रेडीमेड गारमेंट के शोरूम में नौकरी करता था। आरोप है आशा को उसके मायके वाले दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे।
मृतका के ससुरालियों का कहना है कि रात लगभग 12 बजे तक वह परिवार के सदस्यों के साथ ही थे। सभी हंसी खुशी से बात कर रहे थे। किसी तरह का कोई विवाद नहीं हुआ। वीरवार को उसका जन्मदिन होना था। इस बारे में भी बात कर रहे थे। इसके बाद वह अपने कमरे में सोने के लिए चली गई थी। विनय कही इंटरव्यू देने के लिए गया हुआ था। सुबह वह जल्दी लौटा और कमरे में गया तो अंदर फंदे पर आशा लटकी हुई थी। उसे उतारा और तुरंत अस्पताल में लेकर गए। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं आशा की मौत का पता लगते ही उसके मायके वाले यहां पहुंचे और ससुरालियों पर हत्या का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। डीएसपी हेडक्वार्टर कंवलजीत भी पहुंचे और उन्होंने दोनों पक्षों को समझा बुझाकर शांत किया।