लखीमपुर खीरी। मदरसे में पढ़ने गई नाबालिग छात्रा की मौत दम घुटने से हुई। इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुआ। वहीं निजी अंगों में गंभीर चोट दुष्कर्म की ओर इशारा कर रही है, लेकिन शुरू से ही इन्कार कर रही पुलिस की चुप्पी इसकी आशंका को बल दे रही है। इस मामले में अभी तक कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है।
गन्ने के खेत में अस्त-व्यस्त हालत में मिला छात्रा का शव सोमवार शाम ही पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा दिया गया था। मंगलवार सुबह दस बजे तीन डाॅक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम में छात्रा की मौत की वजह सांस अवरुद्ध होना निकली। इस दौरान एसपी गणेश प्रसाद साहा आधे घंटेे तक पोस्टमार्टम हाउस पर मौजूद रहे।
पूछने पर उन्होंने पीएम रिपोर्ट के बारे में कुछ भी स्पष्ट तौर पर नहीं बताया। देर शाम सीओ सदर संदीप सिंह ने स्वीकार किया कि किशोरी की गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई है। आंख नहीं फोड़ी गई है। गहरी चोट के निशान मिले हैं। किशोरी की बेरहमी से हत्या के मामले में पुलिस के रवैये से नाराज परिजनों ने अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया। एसडीएम और सीओ के दो घंटे की मान-मनौव्वल और आश्वासन मिलने पर परिजन अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए।
पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार दोपहर बाद तीन बजे जब छात्रा का शव गांव पहुंचा तो कोहराम मच गया। परिवार वालों व ग्रामीणों ने घर के बाहर किशोरी का शव रखकर हंगामा करते हुए अंतिम संस्कार करने से इन्कार कर दिया। उन्होंने हत्यारों को गिरफ्तार करने के साथ ही पीएम आवास, जमीन आवंटन और 20 लाख रुपये के मुआवजे की मांग उठाई।
सूचना पर एसडीएम अश्विनी कुमार सिंह, सीओ राजेश कुमार दलबल के साथ पहुंचे और परिजनों को समझाने लगे। दो घंटे बाद किसी तरह पुलिस और प्रशासन के कार्रवाई के आश्वासन पर भरोसा कर परिजन किशोरी के अंतिम संस्कार के लिए माने और देर शाम उसका अंतिम संस्कार किया गया।
लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में किशोरी की निर्मम हत्या मामले में सपा के जिलाध्यक्ष समेत पदाधिकारियों ने बीती रात ही पीएम हाउस के बाहर पहुंचकर विरोध जताया और कड़ी कार्रवाई की मांग की। जिलाध्यक्ष रामपाल यादव ने बताया कि बच्ची के साथ जिस तरह की घटना को अंजाम दिया गया है वह काफी दुखद है। जब तक बच्ची को न्याय नहीं मिल जाता है, पार्टी पीड़ित परिवार के साथ हर हाल में खड़ी रहेगी। उनके साथ पूर्व अध्यक्ष अनुराग पटेल, अंसार महलूद, प्रख्याति खरे, तृप्ति अवस्थी, उत्तम वर्मा आदि मौजूद रहे।
मंगलवार को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की तरफ से कांग्रेस का एक प्रतिनिधि मंडल पीड़िता के घर पहुंचा और पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाया। प्रशासनिक अधिकारियों से मिलकर पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने और जघन्य कृत्य के दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी और सख्त कार्रवाई की मांग की।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी सदस्य डॉ. रविशंकर त्रिवेदी ने दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की। पूर्व सांसद ज़फर अली नकवी ने कहा कि तिकुनिया में नाबालिग छात्रा के साथ हुई यह घटना प्रदेश की कानून व्यवस्था पर तमाचा है, जो दुखद एवं निंदनीय है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रह्लाद पटेल ने भी कड़ी कार्रवाई की मांग की।
प्रतिनिधि मंडल में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी सदस्य डॉ. रवि शंकर त्रिवेदी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रह्लाद पटेल, शहर अध्यक्ष सिद्धार्थ त्रिवेदी, प्रदेश महासचिव पिछड़ा वर्ग विभाग रामकुमार वर्मा, जिला महासचिव सगीर अहमद, कांग्रेस नेत्री उषा दीक्षित , पीसीसी सदस्य चंद्रप्रभा अवस्थी, अब्दुल बारी, सोनू कश्यप, सुब्रत अवस्थी आदि कांग्रेसी मौजूद रहे।