जम्मू। खुद को पुलिस अफसर बताकर लोगों से ठगी करने वाले दो शातिरों को जम्मू शहर की नवाबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनके पास से पुलिस की दो वर्दियां भी बरामद की गई हैं। एक वर्दी आईपीएस तमगे और दूसरी इंस्पेक्टर रैंक की है। आरोपी कश्मीर के बारामुला के रहने वाले हैं। इनमें सोपोर के केसर शाहनवाज मीर और मोहम्मद तनवीर उर्फ आरिफ वानी शामिल हैं। इन दोनों पर कश्मीर में अवैध गतिविधियों के कई मामले दर्ज हैं।
जानकारी के अनुसार केसर आईपीएस और आरिफ इंस्पेक्टर बनकर सोमवार को चांद नगर स्थित ग्रीनमिंट होटल(सामान्य होटल) में रुके। दोनों ने अपने आधार कार्ड भी जमा कराए, जिस पर बारामुला का नाम पता था। मंगलवार सुबह वह कमरे से बाहर चले गए, जबकि अपनी वर्दियां होटल के कमरे में ही छोड़ गए। इस दौरान होटल कर्मियों से कहा कि वह कुछ देर के लिए पुलिस अफसरों से मिलने जा रहे हैं। दोनों ने होटल में बताया था कि वह जम्मू में कुछ पुलिस अफसरों से मिलने के लिए आए हैं।
होटल से जाने के बाद होटल कर्मियों को लगा कि आईपीएस अफसर होकर एक सामान्य होटल में क्यों रुके हैं। इसके बाद होटल कर्मियों ने नवाबाद पुलिस को इसकी जानकारी दी। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस की टीम ने दोनों को फोन कर वापस होटल बुलाया कि वह उनसे मिलना चाहते हैं। जब दोनों होटल में पहुंचे तो पुलिस को देखकर भागने की कोशिश की, लेकिन पकड़ लिए गए। पूछताछ में पता चला कि दोनों पुलिस अफसर बनकर लूटपाट, मारपीट, ठगी जैसी वारदात में शामिल रहे हैं। इनका कमरा खोलने पर आईपीएस और इंस्पेक्टर की वर्दी बरामद हुई।
जिला पुलिस का कहना है कि एक व्यक्ति ने पुलिस के पास शिकायत की है। उसने बताया कि केसर नाम के व्यक्ति से सोशल मीडिया के जरिए उससे दोस्ती हुई। जम्मू आकर केसर ने उसे होटल में मिलने के लिए कहा। यहां केसर ने कहा कि वह आईपीएस है और उसके साथ इंस्पेक्टर आरिफ हैं और दोनों एनआईए से हैं। केसर ने उक्त व्यक्ति से लैपटॉप मांगा और कहा कि यदि लैपटॉप नहीं दिया, तो उसे जेल में डाल देंगे। जान से मारने की धमकी भी दी। शिकायत के बाद पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया।
बता दें कि जब इन दोनों को पकड़ा गया और थाने लाया गया, तो पूछताछ में दोनों ने पुलिस को उलझाने का प्रयास किया। इस दौरान दोनों ने खुद को कलाकार बताया। बताया कि पुलिस की वर्दी उन्होंने अभिनय के लिए रखी हुई है। वह जम्मू में एक नाटक की शूटिंग करने के लिए आए थे। इसी के लिए वर्दी साथ में रखी थी। लेकिन कुछ ही देर के बाद जब पुलिस ने जोर देकर पूछताछ की तो बताया कि दोनों वर्दी का इस्तेमाल गलत गतिविधियों के लिए करते हैं। कश्मीर में वह कई लोगों से लूटपाट, ठगी और अन्य मामलों को अंजाम दे चुके हैं।
आरोपी केसर का सोशल मीडिया अकाउंट इंस्टाग्राम की प्रोफाइल उसके मल्टी टैलेंट से भरी हुई है। यहां उसने अपनी प्रोफाइल में खुद की जानकारी बतौर कलाकार, आईपीएस अफसर सहायक आयुक्त, पत्रकार, फिल्म निर्देशक, ग्रैमर स्कालर, 15 बार का ब्लैक बेल्ट, स्वर्ण पदक विजेता के रूप में दी हैं। वहीं फेसबुक, ट्वीटर, लिंक्डइन समेत तमाम सोशल मीडिया साइट पर केसर ने खुद को पत्रकार, कलाकार, आईपीएस की जानकारी देते हुए कई अकाउंट बना रखे हैं। यहां तक कि उसने भारतीय टीम की कराटे की जर्सी पहनकर भी गोल्ड मेडल के साथ तस्वीरें सांझा की हैं। यह फर्जी तरीके से बनाई गई हैं।
इससे पहले सोमवार को नवाबाद पुलिस ने फर्जी अधिवक्ता बनकर लोगों से ठगी करने पर मामला दर्ज किया है। तानिया शर्मा निवासी बिलावर ने आरोप लगाया है कि ज्यूल चौक में एटीएम बूथ में आई थी। वहां आरोपी ने कहा कि 1500 रुपये कैश दे दो। मोबाइल के माध्यम से आपके खाते में राशि भेजता हूं। राशि वापस करने पर नेटवर्क का बहाना लगाया और एकदम स्कूटी में बैठकर भाग गया। इसके बाद शिकायत दी।
पुलिस ने आरोपी सरजीव सिंह निवासी जेके कॉलोनी पलौड़ा को हिरासत में लिया। आरोपी खुद को हाईकोर्ट का अधिवक्ता बता रहा है, मगर अब तक दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाया। इससे पहले भी तीन के करीब शिकायत पहुंची हैं जिन पर आरोपी से पूछताछ की जाएगी। पुलिस के अनुसार कभी आरोपी मां बीमार होने का हवाला देकर लोगों से कैश वसूलता है तो कभी बीमारी का कहकर। अकसर एटीएम बूथ के बाहर ही ठगी को अंजाम देता है। कई लोग झांसे में आ जाते हैं।