चम्पावत: मायावती आश्रम उत्तराखंड में प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है । मायावती आश्रम चम्पावत शहर से 22 कि.मी. की दूरी पर स्थित है | समुद्र तल से 1940 मीटर की ऊंचाई पर बना यह आश्रम हर साल भारी संख्या में भारतीय और विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करता है । इस आश्रम को “अद्वैत आश्रम” के नाम से भी जाना जाता है | अद्वैत आश्रम रामकृष्ण मठ की एक शाखा है जो कि भारत के उत्तराखण्ड राज्य के चम्पावत जिले में मायावती नामक स्थान पर स्थित है । यह स्थान टनकपुर रेलवे स्टेशन से 77 किमी तथा काठगोदाम रेलवे स्टेशन से 167 किमी दूर चम्पावत जिले के अंतर्गत लोहाघाट नामक स्थान से उत्तर पश्चिम जंगल में 9 किमी पर है |
1998 में स्वामी विवेकानंद ने अल्मोड़ा की अपनी तीसरी यात्रा के दौरान ‘प्रबुद्ध भारत’ का प्रकाशन कार्यालय को मद्रास से हटाकर मायावती आश्रम में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया । इस आश्रम में एक छोटा सा संग्रहालय और एक पुस्तकालय भी है । मायावती आश्रम में विशेष अनुरोध करने पर रहने की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाती है । यहां का मौसम ज्यादातर ठंडा रहता है | यहां कुमाऊंनी, हिंदी व अंग्रेजी भाषा बोली जाती है।
स्वामी विवेकानन्द की प्रेरणा से उनके संन्यासी शिष्य स्वामी स्वरूपानंद और अंग्रेज शिष्य कैप्टन जे. एच. सेवियर और उनकी पत्नी सी. ई. सेवियर ने मिलकर March 19 , 1899 में इस आश्रम की स्थापना की थी । सन् 1901 में अपने शिष्य कैप्टन जे. एच. सेवियर के देहांत की खबर जानकर स्वामी विवेकानंद सेवियर को आश्वासन देने के लिए मायावती आये थे । तब वे इस आश्रम में 3 से 17 जनवरी तक रहे थे | कैप्टेन की मृत्यु के पंद्रह वर्ष बाद तक श्रीमती सेवियर आश्रम में सेवा करती थी | स्वामी विवेकानंद की इच्छानुसार मायावती आश्रम में कोई मंदिर या मूर्ति नहीं है इसलिए यहाँ सनातनी परम्परानुरूप किसी प्रतीक की पूजा नहीं होती है |