पहाड़ो में बारिश और ख़राब मौसम के चलते यात्रा प्रशासन की ओर से इस केदारनाथ धाम के लिए आनलाइन और भौतिक पंजीकरण 30 अप्रैल तक के लिए रोका गया है। कल यानि मंगलवार को बाबा केदार के धाम के कपाट खुल रहे हैं। इस धाम की यात्रा के लिए पुरे देश से भारी संख्या में श्रद्धालु ऋषिकेश पहुंचते है तो इनके लिए प्रशासन की ओर से रुकने की अग्रिम व्यवस्था की गई है। जिसके लिए क्षेत्र के विद्यालय, बैंकटहाल और धर्मशालाएं आरक्षित की गई हैं।
प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्र में बर्फीले तूफान की चेतावनी जारी होने के साथ-साथ केदारनाथ धाम में अभी मौसम अनुकूल नहीं है। तीर्थ यात्रियों की सुविधा और स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए यात्रा प्रशासन की ओर से बीते रविवार को केदारनाथ धाम जाने वाले यात्रियों के आनलाइन और भौतिक पंजीकरण 30 अप्रैल तक के लिए रोका गया है। 20 अप्रैल को चार धाम की यात्रा शुरू हो गई थी। जिन श्रद्धालुओं ने एक साथ चार धाम के दर्शन करने हैं वह यहां से बड़ी संख्या में बीते तीन दिनों में रवाना हो चुके हैं।
मंगलवार को केदारनाथ धाम के कपाट खुल जाने के बाद यहां बड़ी संख्या में अन्य प्रांत के श्रद्धालु यहां पहुंचेंगे। प्रशासन की ओर से इन श्रद्धालुओं की भीड़ को ऋषिकेश में ही ठहराने की व्यवस्था की गई है। उप जिलाधिकारी सौरभ असवाल ने बताया कि क्षेत्र की 11 धर्मशालाएं, सात बैंकटहाल और पांच विद्यालयों को चिन्हित करते हुए इन्हें श्रद्धालुओं के लिए आरक्षित किया गया है