विकासनगर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा त्यूनी अग्निकांड के मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख सहायता राशि देने की घोषणा की गई है। वहीं दूसरी तरफ जिलाधिकारी द्वारा राहत बचाव कार्यों में लापरवाही पर नायब तहसीलदार को निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा अग्निशमन विभाग के अधिकारियों को लाइन हाजिर किया गया है।
शुक्रवार सुबह जिलाधिकारी सोनिका ने मृतकों के परिजनों से मिलकर उनको ढांढस बंधाया। जिलाधिकारी की निगरानी में मृतक बालिकाओं के शव को खोजने के लिए एसडीआरएफ एवं अन्य टीमों द्वारा रेस्क्यू जारी कराया। आग लगने की घटना में सबसे बड़ी कमी फायर ब्रिगेड की कार्यप्रणाली में दिखाई दी। आग लगने वाले स्थान से लगभग डेढ़ सौ मीटर दूर अग्निशमन वाहन मौजूद था, जो सूचना मिलने के ठीक बीस मिनट में मौके पर पहुंच गया। लेकिन जैसे ही मकान पर पानी डालने की कार्रवाई शुरू की गई, वाहन में पानी खत्म हो गया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि तब तक मकान के सिर्फ एक कमरे में आग लगी थी। उनका दावा है कि यदि वाहन में पानी का पर्याप्त इंतजाम होता तो आग को तुरंत बुझा लिया जाता। अग्निशमन वाहन में पानी समाप्त हो जाने के कारण फायरकर्मी वाहन को पानी भरने के लिए लेकर चले गए। घटनास्थल से छह किलोमीटर दूर कठंग नामक स्थान से फायरकर्मी लगभग डेढ़ घंटे बाद पानी लेकर पहुंचे लेकिन तब तक मकान पूरी तरह आग पकड़ चुका था।