फुर्सत के कुछ पल बिताने के लिए केरल के खूबसूरत शहर अलाप्पुझा में आप जा सकते हैं। बैकवाटर्स के केंद्र में स्थित इस शहर के आर-पाल जलमार्गों के किनारे पेड़ ही पेड़ नजर आते हैं, जो प्राकृतिक खूबसूरती को दर्शाते हैं। इसके अलावा यहां पर आप कई हाउसबोट और स्वादिष्ट समुद्री व्यंजन का भी लुत्फ उठा सकते हैं। अपने पूर्व नाम अलेप्पी से प्रसिद्ध ये शहर केरक के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। ये शहर पूर्व का वेनिस भी कहलाता है। आइए आपको अलाप्पुझा में घूमने की कुछ खास जगहों के बारे में बताते हैं…
कुट्टनाड बैकवॉटर
केरल के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक कुट्टनाड बैकवॉटर है। ये जगह पहाड़ और समुद्र से घिरा है। ये जगह केरल के चावल का कटोरा भी कहलाता है। यहां चावल की खेती की जाती है। ये जगह अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए काफी प्रसिद्ध है। यहां की खेती को लेकर ऐसा कहा जाता है कि ये शायद दुनिया में एक ही ऐसी जगह है जहां समुद्र तल से सिर्फ 2 मीटर गहराई पर खेती होती है। यहां की खूबसूरती देखने के साथ आप नाव की सवारी का भी लुत्फ उठा सकते हैं।
अलाप्पुझा बीच
केरल के सबसे प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक अलाप्पुझा बीच है। चमकदार रेत और साफ पानी अलाप्पुझा बीच की खूबसूरती बढ़ाता है। यहां से आप सूर्यास्त और सूर्योदय का नजारा देख सकते हैं, जोकि बेहद खूबसूरत लगता है। अगर आपको प्रकृति की सुंदरता पसंद हैं तो ये जगह आपके लिए बेस्ट है। ये जगह पर्यटकों के बीच में बेहद लोकप्रिय है। यहां आप अपने फ्रेंड्स या फैमली के साथ जा सकते हैं।
कृष्णापुरम पैलेस
कृष्णापुरम पैलेस एक छोटी सी पहाड़ी पर स्थित है। ये महल बगीचे, तालाब और फव्वारों से घिरा है। ये एक संरक्षित स्मारक है जिसको अब एक संग्रहालय बना दिया गया है। यहां काफी सुंदर बगीचे हैं जहां कई अलग-अलग तरह की वनस्पतियां लगी हुई है। आप यहां यहां प्रदर्शित सिक्के, महापाषाण अवशेष, शिलालेख, लकड़ी की कलाकृतियां, पेंटिंग, पत्थर और पीतल की मूर्तियों समेत कई चीजें देख सकते हैं। यहां पर आपको दक्षिण भारत की कला-संस्कृति और जीवन को समझने का अवसर मिल सकेगा।
पाथिरामनल
अलाप्पुझा से करीब 13 किलो मीटर की दूरी पर स्थित पाथिरामनल छोटा-सा द्वीप है। ये सुंदर सा द्वीप केरल के बैकवाटर्स पर तैरता है। यहां आप दुर्लभ प्रवासी पक्षियों को देख सकते हैं। कहा जाता है कि यहां करीब 50 विदेशी प्रजातियां और 91 तरह के स्थानीय पक्षी मौजूद होते हैं। इसके अलावा यहां पर कई प्रकार के औषधीय पौधे भी पाए जाते हैं। यहां पहुंचने के लिए सिर्फ आप नाव का सहारा ले सकते हैं, क्योंकि ये जगह वेम्बनाड झील से घिरा है।
श्री कृष्ण मंदिर
केरल के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक अम्बालापुझा श्री कृष्ण मंदिर है। ये मंदिर अम्बलप्पुझा जिले में स्थित है, जोकि दक्षिण भारत का प्रमुख धार्मिक स्थल है। भगवान श्री कृष्ण को समर्पित ये मंदिर मीठे दूध से बने चावल के हलवे के लिए जाना जाता है। इस मंदिर का निर्माण 15-17 वीं ईसवी में हुआ था। ये मंदिर दक्षिण की द्वारिका के तौर प्रसिद्ध है।
रेस नेहरू ट्रॉफी स्नेक बोट रेस
अलाप्पुझा ही नहीं केरल राज्य का भी नेहरू ट्रॉफी स्नेक बोट रेस एक प्रमुख आकर्षण हैं। हर साल रेस का आयोजन प्रतिवर्ष अगस्त महीने के दूसरे शनिवार को ओणम पर्व के मौके पर होता है। इस दौरान 100 से 120 फीट लंबी डोंगी जैसी नाव का इस्तेमाल किया जाता है।