देहरादून। पेपर लीक के आरोपी अभ्यर्थियों को उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग परीक्षाओं से ब्लैक लिस्ट करेगा। इन उम्मीदवारों के आयोग की परीक्षाओं में शामिल होने पर प्रतिबंध भी लगेगा। अभी तक तीन भर्तियों में ऐसे करीब 400 संदिग्ध अभ्यर्थियों को एसटीएफ चिन्हित कर चुका है।
आयोग ने स्नातक स्तरीय भर्ती की परीक्षा चार व पांच दिसंबर 2021 को कराई थी। इसके परिणाम सात अप्रैल को आए थे। इसमें 2,16,532 ने आवेदन किया था और 1,46,370 ने परीक्षा दी थी। इस भर्ती का पेपर लीक होने के बाद अब तक करीब 135 संदिग्धों के मजिस्ट्रेटी बयान एसटीएफ दर्ज करवा चुकी है।
इनके संपर्क के अभ्यर्थियों की जांच चल रही है। वहीं, वन दरोगा भर्ती की परीक्षा आयोग ने 16 से 21 जुलाई 2021 को कराई थी, जिसमें 83,776 में से 51,961 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। इस भर्ती में भी एसटीएफ अब तक करीब 129 संदिग्ध उम्मीदवारों को चिन्हित कर चुकी है।
वहीं, सचिवालय रक्षक की परीक्षा 26 सितंबर 2021 को हुई थी, जिसमें 36,533 में से 25,805 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। इसमें भी करीब 150 संदिग्ध चिन्हित हुए हैं। कुल मिलाकर एसटीएफ अब तक करीब 400 संदिग्धों को पहचान चुकी है। जांच जारी है, संदिग्धों की संख्या बढ़ सकती है। तीनों भर्तियां रद्द हो चुकी हैं, जो कि मार्च में दोबारा होंगी।
उधर, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया ने बताया कि एसटीएफ से मिलने वाली रिपोर्ट के आधार पर नकल के आरोपी सभी छात्रों को आयोग ब्लैक लिस्ट करेगा। नियमानुसार उनके भविष्य की परीक्षाओं में शामिल होने पर कुछ वर्षों के लिए प्रतिबंध लगाया जा सकता है।
सूत्रों के मुताबिक, एसटीएफ पेपर लीक वाली तीनों परीक्षाओं के संदिग्धों की पहचान को बड़े पैमाने पर अभियान चला रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि आगामी एक माह में एसटीएफ अपनी रिपोर्ट में पेपर लीक के आरोपियों की पहचान की रिपोर्ट आयोग तक पहुंचा देगी।