इस वर्ष क्रिसमस और नव वर्ष पर अच्छी संख्या में पर्यटकों के पहुंचने की उम्मीद है। अभी तक खासी एडवांस बुकिंग भी आई हैं, जिसे देखते हुए कैंपों में विशेष तैयारियां की जा रही हैं। सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार सभी कैंप संचालक कार्यक्रम संचालित करेंगे। हमने सभी संचालकों से शालीनता के साथ और पारंपरिक ढंग से कार्यक्रमों के आयोजन की अपील की है।
– दीपक बडोनी, अध्यक्ष यमकेश्वर कैंप, रिसार्ट एसोसिएशन
ऋषिकेश। कुछ दिन बाद वर्ष 2022 की विदाई होने को है और नए वर्ष 2023 का सभी नई उमंग और उल्लास से स्वागत करने को तैयार हैं। ऐसे में इस वर्ष के आखिरी सप्ताह में क्रिसमस डे तथा सप्ताहांत के साथ नववर्ष के स्वागत का जश्न भी कुछ खास होने वाला है। पर्यटकों की खास पसंद बन चुकी तीर्थनगरी में बड़ी संख्या में पर्यटक नव वर्ष का स्वागत करने के लिए पहुंचते हैं।
यही वजह है कि तीर्थनगरी के सभी होटल, रिसार्ट और कैंप में नववर्ष के जश्न की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इतना ही नहीं क्रिसमस तथा नव वर्ष के लिए बुकिंग भी एडवांस बुकिंग भी आने लगी हैं। तीर्थनगरी के ऋषिकेश, मुनिकीरेती, तपोवन, स्वर्गाश्रम तथा लक्ष्मणझूला का क्षेत्र पर्यटकों का पसंदीदा क्षेत्र है। यहां बड़ी संख्या में होटल और रिसार्ट पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। नव वर्ष और क्रिसमस के मौके पर यहां विशेष तैयारियां की जाती हैं।
जबकि इसके अलावा बदरीनाथ मार्ग पर गंगा घाटी का शिवपुरी, गूलर, सिंगटाली, व्यासी, कौडियाला तथा हेंवल घाटी का मोहनचट्टी, घट्टूगाड क्षेत्र के कैंपों में कैंपिंग के साथ नव वर्ष का जश्न और भी खास हो जाता है। क्रिसमस तथा नव वर्ष पर बड़ी संख्या में बाहरी राज्यों से पर्यटक यहां इस दिन को खास बनाने के लिए पहुंचते हैं।
पिछले दो वर्षों में कोरोना महामारी के कारण पर्यटन कुछ सुस्त रहा था। मगर, इस वर्ष खासी संख्या में पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं। इस वर्ष के अंतिम सप्ताह में क्रिसमस डे के अलावा वर्ष की विदाई भी सप्ताहांत के साथ हो रही है। जिससे इस बार नव वर्ष के लिए खासी संख्या में पर्यटकों के पहुंचने की उम्मीद व्यवसायी लगा रहे हैं।
तीर्थनगरी के होटल, रिसार्ट तथा कैंपिंग व्यवसायियों ने इन दिनों को खास बनाने के लिए विशेष तौर पर तैयारियां की हैं। कैंपों की बात करें तो क्रिसमस तथा नव वर्ष के स्वागत के लिए कैंपों को खास तौर पर सजाया जा रहा है। कैंप संचालकों ने पर्यटकों की पसंद को देखते हुए खास तौर पर गीत-संगीत और भोजन की व्यवस्था की है।
कुछ कैंपों में तो पहाड़ के पारंपरिक वाद्य ढोल दमाऊ की थाप पर नव वर्ष के स्वागत की तैयारी की जा रही है। जबकि भोजन में खास तौर पर पर्यटकों को पहाड़ी पारंपरिक भोज परोसने की तैयारी है। फूलचट्टी में कैंप संचालित करने वाले गजेंद्र रावत ने बताया कि क्रिसमस तथा नव वर्ष को देखते हुए विशेष तैयारियां की गई हैं। इसके लिए विशेष पैकेज भी जारी किए गए हैं। उन्होंने बताया कि हमारी कोशिश रहती है कि पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं देने के साथ उन्हें अपनी सांस्कृति और विरासत से भी परिचित कराया जाए।