ऋषिकेश। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने अंतरराष्ट्रीय सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस पर परमार्थ निकेतन आश्रम में एक सार्वभौमिक मानव अधिकार के रूप में स्वच्छ और स्वस्थ पर्यावरण बनाए रखने का संकल्प कराया।
स्वामी चिदानंद ने कहा कि इस धरा पर प्रत्येक व्यक्ति को स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण में रहने का अधिकार है। लेकिन जलवायु परिवर्तन और पर्यावरणीय गिरावट संपूर्ण मानवता के लिए एक गंभीर खतरा बनते जा रहा हैं। पर्यावरण संरक्षण के लिए जैव विविधता आवश्यक है। क्योंकि जैव विविधता प्रकृति में हर उस चीज का समर्थन करती है, जिसकी हमें जीवित और स्वस्थ रहने के लिए आवश्यक है।
हमें अपनी दिनचर्या में पर्यावरण के प्रति जागरूक जीवनशैली को बढ़ावा देना होगा। कहा कि पृथ्वी हमारे जीवन, अस्तित्व और समृद्धि का आधार है। स्वामी चिदानंद ने कहा कि ग्लोबल वार्मिग और जलवायु परिवर्तन के कारण पृथ्वी आज जिस स्थिति में पहुंच गई है, उसे वहां पहुंचाने के लिए हम स्वयं ही जिम्मेदार हैं।
कहा कि हमें यह ध्यान रखना होगा कि पृथ्वी केवल उपभोग की वस्तु नहीं, बल्कि वह संपूर्ण मानवता का आधार है। कहा कि वर्तमान में दुनिया भर में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं में सुधार करने के उद्देश्य से सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज को प्राप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
यह सार्वजनिक स्वास्थ्य के संदर्भ में एकल स्वास्थ्य की सबसे ताकतवर अवधारणा है। संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) में वर्णित लक्ष्यों के तहत वर्ष 2030 तक सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज को प्राप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।